शराब घोटाला मामले में अरविंद केजरीवाल को ED ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था , तबसे 1 अप्रैल तक वो ED की हिरासत में रहे और 1 अप्रैल को यानी 31 मार्च की विपक्ष की रामलीला मैदान पर हुई नौटंकी के बाद अब केजरीवाल को कोर्ट ने सबकुछ देखते समझते हुए 15 दी के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। खास बात ये हैं की सौरभ भारद्वाज और इतिशी का नाम भी आया है।
अब जो लोग केजरीवाल को कट्टर ईमानदार बता रहे हैं और उसका समर्थन कर रहे हैं तथा गिरफ्तारी के लिए मोदी को दोष दे रहे हैं वो सीधे सीधे कोर्ट पर भी एक तरह से आरोप लगा रहे हैं.. क्योंकि अब तो कोर्ट भी पहले 3 दिन को ED कस्टडी बढ़ा चुका है और अब 15 दिन के लिए तिहाड़ भेज रहा है। कोर्ट क्या बिना मामले की गंभीरता को समझे ऐसे निर्णय देगा? यदि अब भी कोई केजरीवाल को दूध का धुला समझता है और मोदी को गिरफ्तारी के लिए जिम्मेदार मानता है तो वो सीधे सीधे कोर्ट पर भी आक्षेप लगा रहा है। खैर देश को जनता तो सच को समझ रही है और केवल केजरीवाल के नहीं पूरी INDI गठबंधन के सच को समझ रहा है देश।