शायद कुछ पढ़े लिखे लोग इस फोटू को देखकर नाक और भौ सिकुड़ लेगे और मुहँ से निकलेगा छि छि 😂😁
पर गोबर बहुत गुणकारी हैं.......
पेड़ - पौधे और खेती किसानी के लिय संजीवनी हैं ये..
कम से कम छह महीने पुराना होने पर ये किसान के लिय काला सोना हैं अगर प्रकृति नाराज न हुई तो...... .
वैसे आजकल लोग थोड़ा भी पढ़ लिख ले तो गोबर उठाने के काम को अनपढ़ का काम बोलते हैं और कहते हैं कि गोबर ही उठाना था तो पढ़ते ही क्यूँ और ये मानसिकता शहर के ही नहीं गांवो के लोगों की भी हैं ... जबकि उन्हें पता नहीं ये भी अच्छा खुद का रोजगार दे सकता हैं.... बिना किसी की गुलामी किए बिना ❤️..... वहीं कुछ लोग विदेशों से अपनी अच्छी भली करोडों की नौकरियां छोड़कर अपने देश के लिय पलायन कर इन्हीं में अपनी जीविका का साधन बना लिया हैं ❤️
समिति के गौसेवक साथियों द्वारा भी कुछ गौमय उत्पाद तैयार कर देश भर में भेजे जाते हैं ... देखिए कैटलॉग 👉 https://wa.me/c/919324796471
आज अगर आपके पास पशुधन हैं और उसके लिय सेवा के लिय कोई हेल्पर ढूंढे जिसे आप एक अच्छा वेतन और शुद्ध खाना पीना और रहने की व्यवस्था भी करे तो सामने वाला बन्दा राजी नहीं होता भले उसे किसी ढाबे पर झूठे बरतन माँजने पड़े और उसे उतना वेतन भी न मिले तो वो वहां खुशी खुसी काम कर लेगा....
गोबर से कंडे या उपले तो हमे पहले ही बनाते थे इससे फिर गोबर गैस ईधन के रूप में मिली और अब इससे जलाने के लिय लकड़ियां भी बनने लगी हैं........
गोबर से लघु उद्योग भी बन गए हैं जिससे उनमे गोबर से दिया, गमले, धूप बत्ती, मूर्तियां और भी बहुत कुछ बनने लगा हैं जिससे खुद का व्यापार करने को मिला... बहुत से लोग इससे आसन, चप्पलों को बनाने का कारोबार भी करने लगे हैं.... तो गोबर केवल किसानों को ही नहीं लघु उद्योगों के लिय भी उपयोगी और रोजगार का साधन बनता जा रहा हैं..... गोबर के साथ साथ गौ माता के मूत्र से साबुन, शैंपू और दवाये भी बन रहीं हैं ❤️
घरों में गोबर की लिपाई से सकारात्मकता आती हैं और दीवारों पर लगाने से घर ठंडा रहता हैं.... ❤️
. बस दिमाग के लिय नहीं...... तभी तो अक्सर हम ताना दे देते हैं कि दिमाग में गोबर भरा हैं क्या 🤣🤣🤣
फोटू..... Fb साभार से 🙏