कॉन्ग्रेस ने १००% VVPAT की पर्चियाँ माँगी है और सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से इस संदर्भ में पूछा भी है। जो लोग EVM हैकिंग की बातें करते हैं, वो हैकिंग के बाद की पर्चियों से आए परिणाम को कैसे स्वीकारेंगे?
तर्क तो वही रहेगा कि VVPAT की पर्चियाँ बदल दी गईं। इनके तीन वोटर कह देंगे कि उन्हें हाथ का बटन दबाने पर कमल की पर्ची दिखी। इसको आप कन्फर्म कर ही नहीं सकते।
ये पर्चियाँ आ जाएँगी तो फिर आप देखना कि हर परिणाम के बाद, इन्हीं पर्चियों की गिनती होगी। परिणाम वापस सात दिन में कन्फर्म होंगे। विपक्ष तब तक माहौल बनाता रहेगा कि फलाँ जगह की गाड़ी में नए वीवीपैट मशीन थे, वहाँ की गिनती में घोटाला हो गया।