अत्यंत दुखदाई और गंभीर है की आजकल झूठ बोलने वालों, अफवाह फैलाने वालों के अनुरूप कार्यवाही हो रही हैं। पहले दिल्ली के मनोज तोमर पर कार्यवाही हुई जहां अधूरा वीडियो दिखाकर मनोज तोमर को फंसाया गया और अब सुना है गुजरात यूनिवर्सिटी में भी हिंदुओं पर फेक जानकारी के आधार पर कार्यवाही हुई है, जबकि शुरुवात में थप्पड़ एक मुस्लिम नमाजी ने मारा था।
अगर एक इको सिस्टम के द्वारा फैलाए गए झूठ, किए गए हो हल्ले के आधार पर कार्यवाही होगी तो क्या जनता का कानून और प्रशासन पर भरोसा रह जाएगा? जुबैर द्वारा कितने ही मामलों में झूठ फैलाकर लोगों की जान जोखिम में डाली गई, निरअपराध लोगों पर कार्यवाही हुई लेकिन वो मजे से बाहर घूम रहा है। वैसे अब गुजरात मामले में एक महिला वकील ने FIR करवाई है..लेकिन क्या इसपर कार्यवाही हो पाएगी , इसका इको सिस्टम इसपर कार्यवाई होने देगा?
गुजरात यूनिवर्सिटी में अफगानिस्तान के एक नमाज़ पढ़ रहे छात्र ने एक अन्य छात्र को थप्पड़ मार दिया, जिसके बाद वहाँ बवाल हो गया। अब इस मामले में ALTNews के सह-संस्थापक मोहम्मद ज़ुबैर के खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। मोहम्मद ज़ुबैर पर गलत सूचना फैलाने का आरोप है। ये शिकायत साइबर विभाग में वकील चाँदनी प्रीति विजयकुमार शाह ने दर्ज कराई है। उन्होंने कहा है कि ज़ुबैर सांप्रदायिक अशांति को भड़काने में लगा हुआ है।
उन्होंने अपनी शिकायत में कहा है कि मोहम्मद ज़ुबैर ALTNews नाम का मीडिया पोर्टल चलता है और खुद के एक स्वतंत्र फैक्ट-चेकर होने का दावा करता है। उन्होंने आशंका जताई है कि सोशल मीडिया पर मोहम्मद ज़ुबैर द्वारा जानबूझकर किए गए भड़काऊ पोस्ट से सांप्रदायिक अशांति फ़ैल सकती है, खासकर लोकसभा चुनाव 2024 से पहले। उन्होंने मोहम्मद ज़ुबैर के उस पोस्ट का भी विवरण साझा किया, जिसमें उसने गलत सूचना फैलाई थी।
इसमें मोहम्मद ज़ुबैर ने लिखा था, “रविवार (17 मार्च, 2024) को अफगानिस्तान का एक छात्र ‘न्यूज कैपिटल गुजरात’ से बात कर रहा था। उसने बताया कि हॉस्टल के A ब्लॉक में 15 मुस्लिम छात्र नमाज़ पढ़ रहे थे। 3 लोग आए और उन्हें ऐसा करने से रोका। नमाज़ पूरा कर के छात्रों ने पूछा कि आखिर उन्हें इससे समस्या क्या है? गुंडों ने उन्हें धार्मिक नारे लगाने के लिए कहा। वो वापस गए और थोड़ी देर बाद 200-250 की संख्या में लौटे। उनके पास चाकू और छड़ी थी। उन्होंने पत्थरबाजी की। बाइक, लैपटॉप, फोन, एसी और साउंड सिस्टम तोड़ डाले।”
आरोप है कि मोहम्मद ज़ुबैर ने इस घटना को गलत तरीके से पेश किया। बकौल चाँदनी, वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि वास्तविकता में क्या हुआ। असल में एक नमाज़ी छात्र ने उठ कर एक अन्य छात्र को थप्पड़ मारा, जो वार्डन से पूछ रहा था कि क्या ये नमाज़ पढ़ने के लिए सही जगह है? हिंसा उसने ही शुरू की। इसके बाद जो हुआ वो इसी कृत्य के जवाब में हुआ। मोहम्मद ज़ुबैर पर शांति भंग और दो समुदायों को लड़ाने की धाराओं में FIR दर्ज कर मुकदमा चलाने की माँग इस शिकायत में की गई है।