अंजार (कच्छ) गुजरात (रमजान के महीने में मोहम्मद रफीक की दरिंदगी) मोहम्मद रफीक हाजी कासम जो यूपी और बिहार से मजदूरों को कच्छ लाकर काम करवाता था और उन्हें मजदूरी नहीं देता था
फिर जब यूपी के 13 मजदूरों के परिवार जो यादव समुदाय के थे उन्होंने मोहम्मद रफीक हाजी कासम की मुफ्त बेगारी करने से मना कर दिया तो मोहम्मद रफीक हाजी कासम ने 12 मजदूरों के घरों पर पेट्रोल डाल कर उन सबको जो कुल 36 लोग थे जिंदा कत्ल करने की कोशिश किया
पुलिस ने पीड़ित मजदूरों की शिकायत पर इस FIR दर्ज कर मुस्लिम आरोपी मोहम्मद रफीक को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन का मामले पर मीडिया से लेकर कांग्रेस समेत सारे विपक्षी चुप हैं क्योंकि यहां आरोपी एक मुसलमान है। सुना है अधिकतर पीड़ित भी यादव हैं लेकिन यादव समाजी "अखिलेश जी" का भी कोई स्टेटमेंट नजर नहीं आया
यह घटिया जेहादी मानसिकता पुरीदुनिया के लिए खतरा है इसका इलाज सबको मिलकर ही करना होगा
गुजरात के कच्छ जिले में दिहाड़ी मजदूरों की झोपड़ियों में आगजनी का मामला सामने आया है। प्रभावित 12 झोपड़ियों में हुई इस आगजनी का आरोप ठेकेदार मोहम्मद रफीक पर लगा है। आरोप है कि अपनी बकाया मजदूरी माँग रहे मजदूरों को रफीक उनके परिवार सहित जिन्दा जलाना चाहता था। पुलिस ने FIR दर्ज कर के रफीक को गिरफ्तार कर लिया है। घटना रविवार (17 मार्च 2024) की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना कच्छ जिले के अंजार इलाके की है। यहाँ के खत्री चौक के पास मोची बाजार है जहाँ कई दिहाड़ी मजदूर झुग्गियों में अपने परिवार के साथ रहते हैं। इन सभी का ठेकेदार मोहम्मद रफीक है। रफीक पर आरोप है कि वो यहाँ से मजदूरों को ऊँचे दामों पर मजदूरी करवाने ले जाता था। हालाँकि वह मजदूरों को महज 100 रुपए प्रतिदिन का दिया करता था और बाकी पैसे अपने पास रख लेता था। इसके अलावा रफीक ने तमाम मजदूरों की लम्बे समय से मजदूरी भी बकाया कर दी थी।
काफी समय बीत जाने पर मजदूरों ने रफीक से अपना तगादा शुरू किया। जब रफीक ने उनके पैसे नहीं दिए तो शनिवार (16 मार्च, 2024) को मजदूरों ने आगे से उसके साथ आगे काम न करने का सीधा जवाब दे दिया। आरोप है कि मजदूरों की न सुन कर रफीक को बेहद गुस्सा आया था। उसने तब ही लेबरों को जिन्दा जलाने की धमकी दी थी। रविवार की सुबह अचानक मजदूरों की झुग्गियों में आग लग गई। कुछ ही देर में 12 झुग्गियाँ इस आग की चपेट में आ गई। घटना के समय अधिकतर मजदूर झोपड़ियों में सो रहे थे।
आग लगने से मोची बाजार में अफरातफरी मच गई। पुलिस के साथ फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुँची। काफी प्रयासों के बाद आग पर काबू पाया गया। गनीमत की बात यह रही कि इस अगिनकांड में किसी की जान नहीं गई। हालाँकि मजदूरों की गृहस्थी जल कर राख हो गई। आग बुझने के बाद गंगाराम यादव सहित कुछ अन्य पीड़ितों ने ठेकेदार रफीक के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी। शिकायत में बताया गया है कि मोहम्मद रफीक ने पहले मजदूरों की झोपड़ियों पर ज्वलनशील पदार्थ फेंका और बाद में आग लगा कर भाग गया।
इस आगजनी की वजह से आसपास से गुजर रहे बिजली के तारों में भी स्पार्किंग हो रही थी। आखिरकार पुलिस ने पीड़ित मजदूरों की शिकायत पर ठेकेदार रफीक पर FIR दर्ज कर ली है। यह FIR हत्या के प्रयास और आगजनी सहित अन्य धाराओं में हुई घटना के बाद रफीक फरार हो गया था। पुलिस ने दबिश दे कर उसे रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया। अंजार के पुलिस इंस्पेक्टर एसडी सिसौदिया ने मीडिया से बात करते हुए इस कार्रवाई की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि मामले में आगे की जाँच जारी है।