दिल्ली में सड़क जाम करके नमाज करते मुसलमानों को मनोज तोमर (याद तो हैं ना भूल तो नहीं गए?) ने सड़क ना जाम करने के लिए समझाया लेकिन जब ना माने और मनोज जी को उकसाया तो उन्होंने कानून व्यवस्था की रक्षा के लिए बल प्रयोग किया लेकिन उसके बाद आधा वीडियो भेजकर इनपर कार्यवाही करवा दी गई और बादमें उनपर जानलेवा हमला भी हुवा। अब ऐसा करने वाले पुलिस वालों को मार दी की बात खुलेआम की जा रही है।👇वीडियो
अब इस वीडियो में देखिए कैसे खुलेआम उन्हें मार देने की एडवाइस दी जा रही है... अब उन्हें तो नहीं मार पाए लेकिन ऐसी बातों के कारण क्या भविष्य में ऐसा नहीं होगा? क्या अब भी कहेंगे की इस मानसिकता को कानून और संविधान की कुछ पड़ी है..?यदि ऐसी बात कोई हिंदू कर देता तो अब तक वो जेल में होता उसको लेकर पूरे हिंदू समाज को कानून और संविधान विरोधी घोषित कर दिया गया होता, लेकिन विशेष समुदाय को कुछ भी करने के अधिकार है।