कर्नाटक के "मुस्लिम कांग्रेस प्रत्याशी" नाशिर हुसैन की जीत के बाद पाकिस्तान जिंदाबाद के नारों का वीडियो वायरल हुवा जिसका राष्ट्रवादियों ने विरोध किया तो विशेष मानशिकता वालों और कांग्रेसियों ने बचाव करते हुए पाकिस्तान जिंदाबाद के नारों को कुछ और हो सिद्ध करने का प्रयास किए, लेकिन अब सच सामने आ गया को वास्तव में देशद्रोहियों द्वारा पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे ही लगाए गए थे। बड़ी बात ये है की कांग्रेसी मंत्री अब उस लैब को धमकी दे रहे है जिसने सच को सत्यापित किया।
ये घटना के राजनीतिक नहीं अपितु देश के लिए भी अत्यंत गंभीर है और एक घटनाओं पर प्रशासन को गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिए तथा भारत में रखकर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों पर को मृत्युदंड देना चाहिए ताकि राष्ट्रविरोधी सोच आगे ना बढ़ सके। कांग्रेस पार्टी की स्थापना अंग्रेजी ने को और अब उनके नेताओं की जीत पर शत्रु देश "आतंकी मुल्क" पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लग रहे हैं। ऐसी पार्टी को वोट देने वाले उनका समर्थन करने वाले वाकई राष्ट्रप्रेमी हो सकते हैं??
कर्नाटक में पिछले दिनों कॉन्ग्रेस प्रत्याशी नासिर हुसैन की जीत के बाद विधानसभा में हुई नारेबाजी पर फॉरेंसिक जाँच की रिपोर्ट आ गई है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि उस दिन ‘नासिर साहब जिंदाबाद नहीं, बल्कि पाकिस्तान जिंदाबाद’ कहा गया था। इससे पहले यही बात मीडिया में सूत्रों के हवाले से भी बताई जा चुकी है।
सामने आई रिपोर्ट में कहा गया कि जिस वीडियो पर विवाद हुआ वो एक सिंगल कैप्चर में बनाई गई थी (यानी उसमें कुछ और जोड़ा-घटाया नहीं गया)। उसमें कुछ भी छेड़छाड़ नहीं हुई है। वहाँ जिस शब्द ‘साब’ के लिए सवाल हो रहा था वो ‘साब’ नहीं, ‘तान’ था।
इस रिपोर्ट का एक पन्ना भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विष्णु वर्धन रेड्डी ने अपने एक्स अकॉउंट पर शेयर किया। उन्होंने इस रिपोर्ट के साथ सिद्धारमैया सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि कैसे उन्होंने (कॉन्ग्रेस की सरकार) उनकी पूरी मशीनरी ने सच को झूठ साबित करने पर काम किया। लेकिन अब जब FSL रिपोर्ट आ गई है तो क्या वह राष्ट्र से माफी माँगेंगे।
इस रिपोर्ट में साफ तौर पर लिखा गया कि वीडियो में ‘नासिर साब जिंदाबाद’ नहीं कहा गया बल्कि ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ कहा गया है। इस रिपोर्ट के साथ पेनड्राइव में वो वीडियो भी दी गई है जिसकी जाँच पुलिस ने फॉरेंसिक लैब से कराई। इसमें फ्रेम बाय प्रेम विश्लेषण किया गया है।
बता दें कि इससे पहले प्रदेश के कॉन्ग्रेस नेता और ऑल्ट न्यूज वाला मोहम्मद जुबैर ये साबित करने में जुटे हुए थे कि ये पाकिस्तान जिंदाबाद नहीं, नासिर साहब जिंदाबाद है। कर्नाटक मंत्री प्रियांक खड़गे ने तो यहाँ तक कहा था कि उन्होंने इस मामले में जाँच करवा ली है और रिपोर्ट में कुछ निकल कर नहीं आया है। हालाँकि अब ये खबर आने के बाद ऐसा लग रहा है कि वो लोग जनता को सच से भ्रमित करने का प्रयास कर रहे थे।
गौरतलब है कि एक तरफ ये रिपोर्ट सोशल मीडिया पर वायरल होना शुरू हुई है और दूसरी ओर ये खबर आ रही है कि कर्नाटक के गृह मंत्री ने उस प्राइवेट लैब वाले पर एक्शन लेने के लिए उन्हें धमकाया है जिसने अपनी रिपोर्ट में कहा कि विधानसभा में पाकिस्तान जिंदाबाद ही कहा गया था।
विजय कर्नाटक की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के गृह मंत्री ने इस जाँच रिपोर्ट पर अपनी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि क्या इस तरह रिपोर्ट बनाना वैध है। उन्होंने कहा कि वो इस मामले में जाँच करके एक्शन लेंगे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जिंदाबाद के दावों पर FSL रिपोर्ट रिव्यू के लिए भेजी गई है। पूरी जानकारी आने पर एक्शन लिया जाएगा। अगर वाकई ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ कहा गया होगा तो किसी तरह का कोई कवर-अप नहीं करेंगे।
राज्य मंत्री द्वारा इस तरह जाँच रिपोर्ट पर सवाल उठाए जाने के बाद लोग सवाल ये कर रहे हैं कि क्या कर्नाटक सरकार इतनी निष्पक्ष है कि रिपोर्ट देने वाली लैब पर कार्रवाई कर सकती है पर झूठ फैलाने वाले जुबैर और अपने नेताओं पर नहीं।