समय रहते यदि हिंदू समाज इन जरूरी बातों को समझ जाए तो सब अब भी ठीक किया जा सकता है , अन्यथा दुष्परिणाम तो अब भी भुगत ही रहे हैं और आगे भी भुगतते रहेंगे। गलत हो जानें के बाद खुदको कोसने से अच्छा है गलती ना हो ऐसा प्रयास किया जाय।
बेटियों और उनके माता पिता में लिए एक कविता के माध्यम से महत्वपूर्ण संदेश
February 02, 2024
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इस कविता में बहुत कुछ है यदि कोई समझना चाहे , बाकी ना समझने की इच्छा वालों को तो भगवान भी शायद न समझाना चाहें। हर हिंदू माता पिता और बेटियों को ये कविता सुननी चाहिए और जितना संभव हो सके इसे आगे बढ़ाना चाहिए। हो सकता है कविता को कोई पंक्ति अपना काम कर जाए और कुछ बेटियां बर्बाद होने से बच जाएं...