निहत्ते कार सेवको पर मुलायम के राज में गोलियां चलाई गई, लाशों को रेत के बोरों में भरकर नदी में फेंक दिया गया, यहां तक रूई लपेटकर तेल डालकर आग लगा दो गई... इतनी क्रूरता तो जलियांवाला बाग हत्याकांड में भी नहीं देखी होगी समय के कालचक्र ने। आज जो राम मंदिर हमें मिल रहा है उसे बनाए रखने के लिए भी हमें संकल्पित होना होगा। हमे एकजुट होना होगा और सुरक्षा व्यवस्था का स्वयं ही ध्यान देना होगा... अन्यथा अवशर मिलते ही धर्मद्रोही सब खत्म कर देंगे
पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक वीडियो बहुत वायरल है। इसमें दिखाया जा रहा है कि अयोध्या में कारसेवकों को गोलियों से छलनी कर करके सरयू नदी में बहा दिया गया था। बाद में उनका शव बड़ी मशक्कत के बाद निकला। कुछ शव पहचान आ रहे थे और कुछ इतने गल गए थे कि पता तक नहीं लग पा रहा था। वो एक कंकाल हो चुके थे। शेयर होती वीडियो बेहद डरावनी है और मन में सवाल छोड़ती है कि आखिर उन कारसेवकों के साथ हुआ क्या होगा।