क्या WFI का अध्यक्ष भाजपा ने नियुक्त किया?
- नहीं।
क्या अध्यक्ष पद हड़पा गया?
- नहीं।
क्या WFI का चुनाव EVM से हुआ?
- नहीं... बैलट पेपर से हुआ
क्या संजय सिंह ने साक्षी मलिक और अन्य पहलवानों का कोई बुरा किया?
- नहीं।
क्या ब्रजभूषण का करीबी होना या परिचित होना अपराध है?
- नहीं।
क्या संजय सिंह चुनाव लड़ रहे हैं, ये पहलवानो को पता नहीं था?
- पता था
अगर उनकी उम्मीदवारी से समस्या थी तो पहले क्यों विरोध नहीं किया, जीतने के बाद क्यों?
- पता नहीं
पहलवानों की ओर चुनाव लड़ रही अनिता सिंह श्योराण को बहुमत मिला?
- नहीं।
कुश्ती संघ के चुनाव मे संजय सिंह को 40 वोट पड़े, उनके विरोध मे 7 वोट पड़े. यह वोट किसी एक पार्टी के नहीं होते... पूरे देश मे हर राज्य मे local स्तर पर अलग अलग कुश्ती संघ होते हैं..... वही सब वोट देते हैं..
ऐसे मे यदि संजय सिंह को 40 वोट मिल गए हैं, इसका अर्थ तो यही है कि वह ज्यादा लोगों की पसंद हैं.
तो फिर यह हंगामा क्यूॅं बरपा है?
अब ऐसा तो चल नहीं सकता... कि आप trial भी ना दो.. आप सुविधाओ का दुरूपयोग करो, आप unfit होने पर भी दूसरे पहलवानो का हक़ मार कर Games मे जाओ.... फिर आपको फेडरेशन मे खुद के बन्दे चाहिए, अध्यक्ष भी आपका ही चाहिए..... आंदोलन भी करना है, सरकारी नौकरी भी करनी है.. उसके सब फायदे भी चाहिए... यह तो संभव नहीं है.