भारत के महान सनातनी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी लगातार धर्म और संस्कृति के उत्थान में कार्यरत हैं। मोदी जी अपने चित्रकूट प्रवास में तुलसी पीठ पहुंच जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी से मिले उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया वहां से उन्होंने चित्रकूट की संस्कृति के साथ साथ हमारी भाषा संस्कृत पर भी अपने विचार प्रकट किए...वहां का एक वीडियो जो प्रधानमंत्री जी के मानवीय चरित्र , उनकी शालीनता को दरसाता है वो भी जमकर वायरल हो रहा है
इस वीडियो को देखने के बाद लोग प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की प्रशंसा भी कर रहे हैं और उनका मानना है कि ऐसा ही प्रधानमंत्री एक बार फिर देश को चाहिए ताकि देश की संस्कृति और सभ्यता आगे बढ़ सके देश का विकास हो सके। PM मोदी ने चित्रकूट में 3 पुस्तकों का विमोचन किया और कांच मंदिर में पूजा भी की
पीएम मोदी ने कहा कि चित्रकूट की ये महिमा यहाँ के संतों और ऋषियों के माध्यम से ही अक्षुण्ण बनी हुई है। पीएम ने आगे कहा, “मुझे आज कई राम मंदिरों में पूजा करने का सौभाग्य मिला। मुझे जगद्गुरु रामानंदाचार्य का भी आशीर्वाद मिला। चित्रकूट ने मुझे हमेशा प्रेरित किया है।”
संस्कृत हमारी प्रगति और पहचान की भाषा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संस्कृत न केवल परंपराओं की भाषा है, बल्कि यह देश की प्रगति और पहचान की भी भाषा है। तुलसी पीठ के काँच मंदिर में संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, “संस्कृत कई भाषाओं की जननी है। संस्कृत हमारी प्रगति और पहचान की भाषा है।”
उन्होंने कहा, “दूसरे देश के लोग मातृभाषा जाने तो ये लोग प्रशंसा करेंगे, लेकिन संस्कृत भाषा जानने को ये पिछड़ेपन की निशानी मानते हैं। इस मानसिकता के लोग पिछले एक हजार साल से हारते आ रहे हैं और आगे भी कामयाब नहीं होंगे।”
प्रधानमंत्री मोदी ने तीन पुस्तकों का किया विमोचन
चित्रकूट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन पुस्तकों का विमोचन भी किया। प्रधानमंत्री मोदी ने अष्टाध्यायी भाष्य, रामानंदाचार्य चरितम और भगवान श्रीकृष्ण की राष्ट्रलीला का विमोचन किया। इनमें से दो पुस्तकें संस्कृत भाषा में हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि अष्टाध्यायी भारत की भाषा विज्ञान, भारत की बौद्धिकता और शोध संस्कृति का हजारों साल पुराना ग्रंथ है। उन्होंने अष्टाध्यायी के महत्व पर प्रकाश डाला, क्योंकि यह भाषा के व्याकरण और विज्ञान को सारगर्भित रूप में प्रस्तुत करती है।
पीएम मोदी ने काँच मंदिर में की पूजा-अर्चना
प्रधानमंत्री मोदी ने चित्रकूट के काँच मंदिर में पूजा-अर्चना की। काँच मंदिर में राघव सत्संग भवन के साथ-साथ चित्रकूट बिहारी और बिहारिणी (भगवान राम और देवी सीता) का मंदिर भी शामिल है। यह तीन शिखरों वाला मंदिर है। गर्भगृह में भगवान राम, सीता और लक्ष्मण की सुंदर मूर्तियाँ स्थापित हैं, जिनकी सेवा पुजारी द्वारा की जाती है।