धार्मिक स्थलों पर लोग न जाने कैसे-कैसे कपड़े पहन कर पहुंच जाते हैं लेकिन ऐसे लोगों को सुधरना तो पड़ेगा ही! इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि कैसे आधे अधूरे कपड़े पहनी एक लड़की को जब एक जागरुक व्यक्ति ने टोका तो उसने जैकेट पहन लिया। यानी केवल जगना नहीं, जगाना भी है, कुछ गलत देखकर उसकी बुराई ही नहीं करनी उसका मर्यादापूर्ण विरोध करना है और सुधारना है...
आधुनिक शिक्षा के दुष्प्रभाव और कथित आधुनिक माता-पिता के कारण कुछ हिंदू बच्चे ज्ञान के अभाव में बिगड़ जाते हैं अब समाज को उन्हें सुधारने का बीड़ा उठाना होगा... धर्म के मामले में कुछ भी गलत होता दिखे तो उसका विरोध करना होगा धीरे-धीरे सब कुछ ठीक हो जाएगा