🚩माता साडू की अनंत तपस्या और भक्ति से प्रसन्न होकर अपने दिए गए वचनों को निभाने वाले भगवान विष्णु के अवतार श्री देवनारायण भगवान के वाहन लीलाधर घोड़े के १११२ वें अवतरण दिवस "भादवी छठ" पर सभी देशवासियों को प्रशासक समिति की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं।
👉आज गुर्जर समाज के आराध्य देव भगवान श्री देवनारायण जी के प्रिय घोड़े लीलाधर का जन्म दिवस है इस दिन गुर्जर समाज अपने सभी मंदिरों में इस दिन रात्रि में महा आरती कर खीर प्रसादी का वितरण करता है
👉देवनारायण जी के घोड़े का जन्मदिवस मनाने के पीछे कथा इस प्रकार है---
संवत 968 के पूर्व जब बगड़ावत भाइयों का पतन हुआ तो उनके कुल को आगे बढ़ाने वाला कोई नहीं बचा इसलिए बगड़ावत भाइयों सबसे बड़े सवाई भोज की पत्नी माता साडू द्वारा भगवान श्री विष्णु की घोर तपस्या की गई विष्णु भगवान द्वारा उन्हें आशीर्वाद दिया गया कि वे पहाड़ों को चीर कर कमल के फूल में आपके आंगन मैं अवतार लेंगे इस बात पर परिवार जनों द्वारा विश्वास नहीं किए जाने पर माता साडू द्वारा यह कहा गया कि यदि मेरे परिवार में काले घोड़ी के नीले पट्टे वाला घोड़ा जन्म लेवे तो समझ लेना कि भगवान श्री देवनारायण जी ने अवतार ले लिया है उक्त घोड़ा भगवान श्री देवनारायण जी को अत्यंत प्रिय था और उन्होंने इसका नाम लीलाधर रखा था इसी कारणवश गुर्जर समाज जन छठ पर देवनारायण जी के साथ साथ घोड़े का भी जन्म दिवस मनाता आ रहा है
🙇♂️ दुरभाग्य है कि पिछले कई वर्षों से भीलवाड़ा में देवनारायण मन्दिर बन्द पड़ा है, वो भी मुश्लमानों के साथ हुए विवाद के कारण...और अब तक कई बार हिन्दुओं ने प्रशासन से गुहार लगाई लेकिन प्रशासन ने जैसे कसम खा रखी है हिन्दुओं की बात नहीं मानने की..