Truly proud moment
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यकीनन इससे आपकी आंखें भी नम हो जाएंगी।
भारतीय चैंपियन रमेशबाबू प्रग्गनानंद की मां। उनके बेटे विश्वनाथन आनंद के बाद, शतरंज विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले दूसरे भारतीय बने। रमेश बाबू को प्रतिभा को नमन है
आधुनिकता का प्रतिभा से कोई लेना देना नहीं, बाकी आज जिस आधुनिकता के पीछे लोग भाग रहे हैं वो किसी जमाने में छिछोरा पन, फुहड़ता, गंदगी हुवा करती थी।