गुरुग्राम पुलिस ने सुदर्शन न्यूज़ के एडिटर मुकेश कुमार जी पर एक ट्वीट को लेकर फिर की और फिर उन्हें अरेस्ट कर लिया। इस गिरफ्तारी पर ट्विटर पर जमकर विरोध हुवा लोगों ने पहले तो इसे अपहरण समझा लेकिन पुलिस के प्रेस नोट के बाद पता चला की ये गिरफ्तारी थी। (जानकारी के अनुशार अब उन्हें रिहा किया जा चुका है)
अब सुरेश चव्हाण जी ने इस गिरफ्तारी के बाद ट्वीट के माध्यम से कुछ प्रश्न किए हैं , जिनके जावाब मिलने चाहिए।
जो प्रश्न सुरेश जी ने पूछे वो वास्तव में सभी राष्ट्रवादियों के मन में होंगे, क्योंकि नूंह आतंकी हमले में हरियाणा प्रशासन का परफॉर्मेंस देखने के बाद , एक राष्ट्रवादी और हिंदूवादी पत्रकार को इस प्रकार अपहरण की तरह गिरफ्तार करना चौंकाता है। ये सब साधारण हैं या किसी के इशारों पर कोई खेल।
गुरुग्राम पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए सुदर्शन न्यूज़ के CMD और संपादक सुरेश चव्हाणके ने ट्ववीट किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा, “गुरुग्राम पुलिस ने मुकेश कुमार जी को ‘राष्ट्रीय एकता को ख़तरा’ के लिए गिरफ़्तार करने की जानकारी देने वाली प्रेस नोट, उनको गुंडों की तरह उठाने के 7 घंटे बाद जारी की है। यह गिरफ़्तारी ग़ैरक़ानूनी और ग़लत है। सुदर्शन न्यूज़ मुकेश कुमार जी के साथ है और गिरफ़्तारी को मीडिया के स्वतंत्रता पर आक्रमण मानता है।”
इसके साथ ही सुरेश चव्हाणके ने एक और ट्वीट किया। इसमें उन्होंने हरियाणा पुलिस से कुछ सवाल किए हैं। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, “मेवात में जिहादी झुंड के सामने लाचार हरियाणा पुलिस द्वारा मुकेश कुमार को गिरफ़्तार करने पर मेरे कुछ प्रश्न।” अपने ट्वीट के साथ उन्होंने #ReleaseMukeshKumar भी यूज़ किया है। उन्होंने ट्वीट में ये सवाल पूछे हैं-
1- मुकेश जी जैसे वरिष्ठ पत्रकार को गुरुग्राम पुलिस ने गुंडों की तरह कैसे उठाया?
2 – गिरफ्तार करने पुलिस यूनिफ़ॉर्म में क्यों नहीं गई ?
3 – मेवात के जिहादियों के झुंड को गिरफ़्तार करने से काँपने वाली पुलिस पत्रकार से गुंडागर्दी कैसे कर रही है?
4- हिंदू महिलाओं के अत्याचारी खुले घुम रहे हैं और डरपोक पुलिस मुकेश कुमार के एक ट्वीट पर FIR कर रही है?
5 – एक अधिकारी के ईगो के आगे हरियाणा सरकार नतमस्तक है?
6- इस गिरफ्तारी पर राष्ट्रवादी पत्रकार क्यों मौन हैं?
7- यही गिरफ्तारी गैर भाजपा राज्य से होती तो वह क्या करते ?
8- पत्रकारों के संगठन और मानवाधिकार वाले कहाँ हैं?
9- क्या मेवात के हिंदुओं की बात करना हरियाणा सरकार की नजर में अपराध है?
गौरतलब है कि इस पूरे मामले में गुरुग्राम पुलिस ने मुकेश कुमार की गिरफ़्तारी के बारे में जानकारी देते हुए एक पत्र जारी किया। इसमें लिखा है कि बेबुनियाद, असत्य एवं भ्रामक तथ्यों के आधार पर मुकेश कुमार द्वारा एक ट्वीट किया गया था। इस मामले में संज्ञान लेते हुए गुरुग्राम की साइबर पुलिस ने विभिन्न धाराओं में एक केस दर्ज किया था। उसी मामले में साइबर थाना ने मुकेश कुमार को गिरफ्तार किया है।