इस गाय की बछिया को चांदी के वर्क लगे बर्फी खिला रहे हैं। बछिया ने सूंघ के ही समझ गई कि खाने चीज़ नहीं है। वर्क पशुओं की चर्बी से कूट कूट कर बनते हैं सफेद चीनी भी ज़हर है। वह खिला रहे हैं बछिया मूंह दूसरी तरफ कर लेती है।जब काजू-बादाम खिलाए तो फटाफट खाने लगी।
मनुष्य को समझ नहीं है क्या खाना है क्या नहीं खाना। इसीलिए मनुष्य सबसे ज्यादा रोगी और दुःखी है।इस बछिया को नमन इससे ही शिक्षा ले लें तो हम भी स्वस्थ हो जाएं।
वैसे वर्तमान में कई जानवर भी कुछ भी खाते नजर आ रहे हैं लेकिन वो मजबूर हैं... क्योंकि उन्हें भोजन नहीं मिलता उन्हें मनुष्य भोजन नहीं देता...
🔥जेहाद मुक्त ,शुद्ध, सात्विक, स्वदेशी, गौ सेवा और गौ संरक्षण के पुण्य के साथ "गौ उत्पाद एवं अन्य" देखें👇 "एकात्मिता गौमय प्रोडक्ट" कैटलॉग
👁️👇👇
📢फ्री शिपिंग के लिए Min ऑर्डर Rs 200
🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸