4 बच्चों का अकेले पालन पोषण करने वाले शक्ति सिंह को सिर्फ इसलिए मार दिया कि वो हिन्दू था, ना शोभा यात्रा में गया था ना कि संगठन का हिस्सा था... #हिंदु_था_इसलिए_मार_दिया
भादस गांव का शक्ति सिंह हर रोज की तरह नगीना में हलवाई की दुकान पर काम करके अपने घर जाने के लिए शाम को निकला तो उसने उम्मीद भी नहीं की होगी कि वह अपने घर सुरक्षित नहीं पहुंच पाएगा।
ना तो वह किसी धार्मिक शोभायात्रा का हिस्सा था ना ही किसी संगठन से जुड़ा हुआ व्यक्ति। वह सिर्फ एक आम आदमी की तरह हलवाई की दुकान पर काम करके अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था। लेकिन मुसलमानों ने उसे घर वापस जाने से पहले ही रास्ते में दबोच लिया और पीट-पीटकर जान से मार डाला।
इतना ही नहीं उसके शव को सड़क किनारे झाड़ियों में फेंक दिया। जहां से पुलिस को देर रात उसका शव प्राप्त हुआ और पुलिस उसे लेकर मांडीखेड़ा सिविल अस्पताल लेकर पहुंची। जिसका मंगलवार को पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया गया।
परिजनों ने बताया कि शक्तिसिंह घर में कमाने वाला अकेला था। उसके 4 बच्चे हैं और नगीना में एक हलवाई की दुकान पर वह काम करता था। रात को जब वह दुकान से वापस आ रहा था तो गांव भादस के पास ही मुस्लिम समुदाय के दंगाइयों ने घेर लिया और जान से मार दिया।
जैसे ही शक्ति सिंह का शव गांव भादस में उसके घर पहुंचा तो परिजन रो रोकर एक ही सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर उसका क्या दोष था।
दोष था की वो हिंदू था और भारत में रह रहा था..जेहादियों की नजरों में काफिर था, जिसे मारने से जेहादियों जन्नत मिलेगा