19 अगस्त की रात भारतीय कमांडो का एक दल पुंछ और राजौरी ज़िले के मध्य में स्थित भारत पाकिस्तान नियंत्रण रेखा को पार करके पाकिस्तानी द्वारा कब्जा किए गए ग़ुलाम कश्मीर में घुस गये। पीओके में करीब ढाई किलोमीटर भीतर घुसकर कोटली जिला के नकयाल में आतंकियों के 4 लांचिंग पैड को तबाह कर दिया। इसमें कम से कम 7 से 8 आतंकवादी भी मारे गए।
दैनिक जागरण ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि 19 अगस्त की रात यह सर्जिकल स्ट्राइक हुई। भारत सेना के स्पेशल फोर्स के 12 से 15 कमांडो ने राजौरी के तरकुंडी सेक्टर और पुंछ के भिंभर गली से रात के समय पैदल एलओसी पार की। पीओके में करीब ढाई किलोमीटर भीतर घुसकर कोटली जिला के नकयाल में आतंकियों के 4 लांचिंग पैड को तबाह कर दिया। इसमें कम से कम 7 से 8 आतंकवादी भी मारे गए।
सैन्य सूत्रों के मुताबिक, POK में मौजूद आतंकी कैंप में बड़े आतंकी हमले की तैयारी की जा रही थी। यह हमला राजौरी या पुंछ में किया जा सकता था। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को पुख्ता सूचना मिलने पर यह कार्रवाई की गई। मिली जानकारी के मुताबिक, सुरक्षा एजेंसियों को पुख्ता सूचना मिली थी कि LOC के पार इन लांचिंग पैड में बड़े हमले की योजना तैयार की जा रही है। इन लांचिंग पैड पर पाकिस्तानी सेना, उसकी खुफिया एजेंसी ISI और बैट टीम की हलचल भी बढ़ गई थी।
भारतीय रक्षा मंत्रालय ने सर्जिकल स्ट्राइक के दावों का खंडन करते हुए कहा कि भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के बालाकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तान की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह कोई सर्जिकल स्ट्राइक नहीं थी, जैसा कि दावा किया गया है। मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि सोमवार की सुबह 2 आतंकवादियों को भारतीय सीमा में घुसपैठ करते देखा गया था, जिन्हें भारतीय कमांडो ने सफलतापूर्वक रोक दिया था।