नूंह , मेवात के सुनियोजित हिंदू नरसंहार के षड्यंत्रकारी आतंकी हमले में हिंदुओं के साथ तो खेला हुवा ही, पुलिस प्रशासन भी सुरक्षित नहीं रहा, कुछ पुलिस वाले मारे गए तो वहीं साइबर थाने को आतंकियों ने आग के हवाले कर दिया, और अब साइबर थाने को जलाने के आरोप में दो मुसलमानों को गिरफ्तार किया गया है
इन आतंकी प्रवृत्ति के लोगों के लिए ना संविधान ना कानून और ना ही प्रशासन कोई मायने रखता है इनके लिए केवल इनका जेहादी एजेंडा ही सर्वोच्च है और उसके लिए ये पूरी तरह तैयार बैठे हैं। जैसे ही अवसर मिलता है यह अपने एजेंट को आगे बढ़ाते हैं और ऐसे अनेक उदाहरण देश ही नहीं पूरा विश्व देख चुका। आशा है विकसित राष्ट्र की बात करने वाली भारत सरकार भी इस चीज को समझती होगी और भारत को विकसित बनाने से पहले इस समस्या का कोई निदान करेगी। अन्यथा यह विनाशकारी जिहादी सोच कभी देश को विकसित होने नहीं देगी और हो भी गया तो ज्यादा समय तक विकसित रहने नहीं देगी।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, नूहं हिंसा के दोनों आरोपित राजस्थान के अलवर जिला के गाँव चूहड़पुर के निवासी बताए जा रहे हैं। इन दोनों को रविवार की रात में गाँव से सटी अरावली पहाड़ी से गिफ्तार किया गया है। इन दोनों आरोपितों का नाम खेड़ला चौक पर हुई हिंसा के साथ-साथ साइबर क्राइम थाने में तोड़फोड़ करने तथा पुलिस के वाहनों को आग लगाने के मामले में सामने आया है।
रिपोर्ट के अनुसार पुलिस रिमांड पर लेकर इन दोनों से कड़ाई से पूछताछ करेगी। पुलिस को उम्मीद है कि हिंसा से जुड़े सुनियोजित साजिश में अन्य दंगाइयों के बारे में पता लगाया जा सकेगा।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जाबिर और इरशाद के अलावा तीन अन्य आरोपितों को भी पुलिस ने गिरफ्तार करने का दावा किया है, लेकिन उनके नाम अभी तक सामने नहीं आए हैं। कहा जा रहा है कि तीनों को अलग-अलग थाने की टीमों ने गिरफ्तार किया है।
गौरतलब है कि मेवात के नूहं में 31 जुलाई को जलाभिषेक यात्रा में शामिल हिंदुओं पर ही मुस्लिमों की भीड़ ने हमला कर दिया था। इस दौरान नल्हड़ के शिव मंदिर में श्रद्धालु घंटों बंधक की तरह फँसे रहे। पहाड़ियों से दंगाई इस मंदिर को भी निशाना बना रहे थे।
अब तक नूहं हिंसा से जुड़े 264 लोगों की गिरफ्तारी की गई है। हरियाणा पुलिस और STF की टीमें लगातार आरोपितों पर कार्रवाई करते हुए सर्च अभियान चला रही है। नूहं दंगों के बाद से हरियाणा पुलिस लगातार पब्लिक और पत्रकारों से भी सहयोग माँग रही है ताकि हिंसा के सभी आरोपितों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके।
इस मामले में एसपी नरेंद्र बिजारणिया ने कहा, “सर्च ऑपरेशन के दौरान किसी भी निर्दोष व्यक्ति को डरने की जरूरत नहीं है। उपद्रवी चाहे कोई भी हो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”