भारत में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो खाते तो भारत की हैं लेकिन गाते पाकिस्तान की हैं और ऐसे लोगों के लिए भारत के विरुद्ध षड्यंत्र करना, दंगे करना कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी। उत्तरप्रदेश में ऐसा करने वालों पर जबरदस्त एक्शन लिया जा रह है। कट्टरपंथियों ने मोहर्रम के जुलुश में पाकिस्तान जिंदाबाद के देशद्रोही मारे लगाए जिसपर पुलिस ने अवैध निर्माण हटाने का नोटिस दिया और कुल 1 करोड़ का जुर्माना ठोका...
कौन हैं ये भारत में रहकर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाले और उनका समर्थन करने वाले? क्या ऐसे लोगों को देशद्रोही नहीं कहा जाना चाहिए? आखिर कैसे इस घृणित मानसिकता के लोगों को देशभक्त समझा जाए?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला मीरगंज थानाक्षेत्र के गाँव गोधना और किशुनदासपुर का है। यहाँ बुधवार (9 अगस्त) को राजस्व टीमें आरोपितों की जमीनों की पैमाइश के लिए पहुँचीं। सुरक्षा के लिए टीम के साथ पुलिस बल भी मौजूद था।
पैमाइश के दौरान पाया गया कि मुहर्रम के जुलूस में पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने वाले 13 आरोपितों ने ग्राम समाज की भूमि पर अवैध कब्ज़ा किया है। जमीन की पैमाइश के बाद शनिवार (12 अगस्त) को मछलीशहर के नायब तहसीलदार संतोष कुमार यादव ने सभी आरोपितों के घर वालों को नोटिस थमा दिया।
इस नोटिस में जमीन कब्ज़ाने के सभी 13 आरोपितों को 15 दिनों के अंदर अतिक्रमण खुद ही हटा लेने के आदेश दिए गए हैं। इसके साथ सबको मिला कर कुल 1 करोड़ रुपए का हर्जाना भी लगाया गया है। हर्जाने की यह राशि न्यूनतम 32 हजार से अधिकतम 19.80 लाख रुपए के बीच में है।
सभी आरोपितों को यह हर्जाना 15 दिनों के अंदर जमा करना होगा। तय समय सीमा में खुद से कब्ज़ा न हटाने और हर्जाने की राशि जमा न करने पर आगे की कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
बताते चलें कि 1 अगस्त 2023 को पाकिस्तान समर्थक नारेबाजी का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने साहिल अली, ईदू, कैफ, मोहम्मद कैश, मोहम्मद शरीफ, सलीम, दिलशाद, सज्जाक के बेटे संजय, तालिम, नौशाद, मोहम्मद अली, वसीम, अफ़ज़ल, मोहम्मद कैफ, इबरार, आफ़ताब, इरशाद, मुश्ताक, दिलशाद अली, शेर अली, रफीक, इश्तियाक, एजाज, इबनैन, मजीद, सरफराज, कैफ, असलम, महताब, अब्दुल अजीज, मोहम्मद शमीम, इजाज अहमद और मोहम्मद फिरोज को गिरफ्तार किया था। आरोपितों में जौनपुर के साथ प्रयागराज के भी निवासी हैं।