भारत में वर्तमान स्थिति ऐसी है की विपक्ष और भारत विरोधी ताकतें हर घटना को इसे हाइप करती है मानो ऐसा कभी हुवा ना हो और दुर्भाग्य है की देश की जनता भी सच को बारीकी से जानने के बजाय टूलकिट का मोहरा बन देश विरोधी ताकतों का साथ देती है। रेलवे का अभी जो हादसा हुवा था वो सबने देखा लेकिन रिएक्शन ऐसा आया मानो रेल हादसे पहले होते ही नहीं थे, जबकि सच ये हैं की रेल हादसे पिछले 5 सालों में जबरदस्त तरीके से कंट्रोल हुए हैं बावजूद इसके को कुछ ताकतें जान बूचकर ऐसे हादसे करवाने का खेल करती हैं
ये चार्ट देखिए
इस चार्ट को देखकर आप समझ सकते हैं की किस प्रकार पिछले वर्षों में सरकार और रेल मंत्रालय के अथक परिश्रम से रेल हादसों में कमी आई है 2017 -18 के बाद से तो हादसों की कुल संख्या 2 डिजिट में आ पहुंची है।
क्या ये देशवासियों के लिए खुशी की बात नहीं? क्या इसके लिए भारतीय रेलवे और भारत की वर्तमान सरकार बधाई की पात्र नहीं? लेकिन दुर्भाग्य की भारत की जनता ही सब देखती ही नहीं और कांग्रेस तथा उनके सहयोगी तत्वों के बहकावे में आकर इस सरकार को गरियाने का अपराध करते हैं।
कांग्रेस वो है जिसने देश को असंख्य समस्याएं दी और आज भी देश को बारूद के ढेर पर बिठाना चाहती है। कांग्रेस ही जड़ है मनियर समेत सभी सिस्टर राज्यों की समस्याओं की लेकिन आज वो ऐसे दिखा रहे हैं मानो ये समस्या अभी पैदा हुई है। जबकि अब तो उस समस्या का इलाज किया जा रहा है जिसमे कई कीड़े बिलबिला रहे हैं।
जागो भारत जागो और समस्याओं की जड़ को समझो, हो हो रहा है उसे बारीकी से समझकर ही रिएक्ट करो.. अन्यथा अपने पैर खुद काट बैठोगे और अपने बच्चों के भविष्य को आग लगा दोगे