भारत में कुछ मूत्रजीवल ऐसे हैं जो अपने मालिक द्वारा दिए गए इंस्ट्रक्शन को आंख बंद करके फॉलो करते हैं भले ही उनका मालिकों ने विस्टा खाने के लिए ही क्यों ना बोल दिया हो, बड़ा स्वाद लेकर और बदबू को खुशबू बताकर ग्रहण करेंगे... और ये मूत्रजीवक पढ़े लिखे ज्यादा होते हैं...
खैर ये तो ऐसे ही बोल दिया अब खबर ये है की फ्रांस ने मोदी जी को सर्वोच्च पुरस्कार दिया और हर राष्ट्र प्रेमी भारतवासी को बड़ी खुशी हुई लेकिन कुछ लोगों को इतनी तकलीफ हुई कि वह मोदी जी को नीचा दिखाने के लिए बिना सोचे समझे बिना जांच पड़ताल की है झूठ परोसने लगे... और फेंकने लगे की ये पुरुषकार तो लाखों लोगों को मिला है... अब उसका सच जानिए👇 और झूठे मक्कारों से सावधान रहिए
मोदी जी को यह पुरस्कार मिला इससे किस-किस को कितनी तकलीफ हुई यह देखने के लिए आप इस लिंक पर क्लिक कीजिए और ऑफ इंडिया की खबर पर उन सारे रोगियों का रोग समझिए। और यहां जानकी की शाहरुख, शशि थरूर था लाखों को जो पुरुस्कार फ्रांस ने दिया उसमें और अब मोदीजी को जो मिला उसमें क्या अंतर है
असल में फ्रांस में ‘The National Order of the Legion of Honour’ सम्मान की 5 कैटेगरी है। इसे इसी तरह से समझ लीजिए जैसे भारत में पद्म पुरस्कार में पद्मश्री, पद्मभूषण और उससे ऊपर पद्मविभूषण आता है। फ्रांस के उक्त पुरस्कार की शुरुआत सन् 1802 में फ्रांस के शासक नेपोलियन बोनापार्ट ने की थी। इसे 5 हिस्सों में बाँटा गया है – Knight, Officer, Commander, Grand Officer और Grand Cross.
पहले तीन हिस्सों को जहाँ रैंक में गिना जाता है, वहीं उसके बाद से दोनों हिस्सों को टाइटल में गिना जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जो सम्मान मिला, वो ‘द लीजन ऑफ ऑनर’ का ‘ग्रैंड क्रॉस’ है, अर्थात ये फ्रांस का सर्वोच्च सम्मान है। अब बात करते हैं शाहरुख़ खान और शशि थरूर की। शाहरुख़ खान को जुलाई 2014 में ‘Knight’ कैटेगरी में ये सम्मान मिला था, जो ‘द लीजन ऑफ ऑनर’ के 5 हिस्सों में सबसे निचला वाला है। फ्रेंच में इसे ‘Chevalier‘ कहा जाता है।
बता दें कि कॉन्ग्रेस सांसद शशि थरूर को भी अगस्त 2022 में यही सम्मान मिला था। इसके बावजूद कहा जा रहा है कि जो SRK और शशि थरूर को मिला था, वही सम्मान पीएम नरेंद्र मोदी को दिया गया। पीएम मोदी से पहले ये सम्मान सिर्फ 2 भारतीयों को मिला है – पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह (पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के दादा) को 1930 में और कपूरथला के महाराजा जगतजीत सिंह को 1926 में मिला था।
जय श्री राम
ReplyDeleteहर हर महादेव जय श्री राम
ReplyDeleteजय श्री राम🙏
ReplyDeleteजय श्री राम जय हिंदू राष्ट्र
ReplyDeleteजय श्री राम
ReplyDeleteजय श्री राम
ReplyDeleteजय श्री राम
ReplyDeleteWe are proud of you Modi ji
ReplyDeleteहर हर महादेव
ReplyDeleteजय श्री राम
ReplyDeleteजय सनातन धर्म संस्कृति की 🚩🚩
ReplyDeleteहर हर महादेव 🔱🔱
जय श्रीराम!