देशभर में अनेकों मंदिरों से खबर आ रही है कि वहां पोस्टर लगाकर नियम बनाए जा रहे हैं कि श्रद्धालु सभ्य वस्त्र धारण करके ही मंदिर में पूजा पाठ के लिए पधारे। और इस बात पर धर्म प्रेमी सनातनी अत्यंत प्रसन्न है तथा ऐसे फैसलों की सराहना करते हुए अन्य मंदिरों में भी ऐसे नियम लागू करने के लिए अपील कर रहे हैं जिसका असर अब द्वारिकाधीश मंदिर में देखने मिला और श्रद्धालुओं की अपील के बाद वहां भी सभ्य कपड़े पहन कर आने के लिए पोस्टर लगा दिए गए
धर्म प्रेमी सनातनी तो ऐसे फैसलों से पसंद है लेकिन कुछ बुद्धिजीवी और फेमिनिस्ट ऐसे फैसलों से बहुत कष्ट में है हो सकता है वह जल्द ही ऐसे फैसलों का विरोध करें लेकिन ध्यान रखना है कि कोई यदि इन फैसलों का विरोध करता है तो हमें भी उनका पुरजोर विरोध करते हुए मंदिरों के ऐसे सुखद फैसलों का पूर्ण रूप से समर्थन करना है।
सभी सनातनी अपने आसपास के मंदिरों में भी ऐसे फैसले लागू करवाएं ताकि मंदिरों की भव्यता दिव्यता और उनकी गरिमा बनी रहे। साथ ही हमें अपने बच्चों को भी इन सब बातों की आदत डालनी चाहिए ताकि बड़े हो कर वह फेमिनिस्ट, बुद्धिजीवी ना बने तथा मंदिरों से दूर ना भागें बल्कि मंदिरों के नियमों का पालन करें सम्मान करें
आइए जानते हैं क्या हुआ द्वारिकाधीश मंदिर में - opindia
गुजरात के द्वारका में स्थित भगवान श्री कृष्ण के मंदिर में जाने के लिए अब ड्रेसकोड लागू हो गया है। शुक्रवार को प्रशासन द्वारा लगाए गए पोस्टर को मंदिर के बाहर चिपकाकर यह सूचना दी गई। पोस्टर में बताया गया कि मंदिर परिसर में छोटे कपड़े पहनकर प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। यहाँ भारतीय संस्कृति के अनुरूप ही भक्तों को कपड़े पहनने होंगे।
पोस्टर में कहा गया, “श्री द्वारकारधीश जगत मंदिर में आने वाले सभी वैष्णवों से अनुरोध है कि वे भारतीय संस्कृति के अनुकूल कपड़े पहनें या जगत मंदिर की गरिमा बनाए रखने वाले कपड़े पहनकर ही मंदिर परिसर में प्रवेश करें।”
मंदिर के बाहर गुजराती, हिंदी और अंग्रेजी में लिखे गए पोस्टर के अलावा बोर्ड पर लिखा है कि मंदिर दर्शन की जगह है, खुद की प्रदर्शनी की नहीं। मंदिर में आने वाले सभी भक्तों से निवेदन है कि वे सादे कपड़े पहनकर ही मंदिर में प्रवेश करें। छोटे कपड़े, हाफ पैंट, बरमूडा, मिनी टॉप, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, फ्रॉक और रिप्ड जींस जैसे कपड़े पहने हुए लोगों को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ड्रेस कोड के बारे में द्वारकाधीश मंदिर के ट्रस्टी पार्थ तलसाणिया ने बताया कि यह फैसला मंदिर आने वाले कई श्रद्धालुओं की शिकायत मंदिर प्रशासन ने लिया। उन्होंने बताया कि मंदिर में छोटे कपड़े पहनने वालों को लेकर कई लोगों ने कहा था कि ऐसे कपड़े पहनने से दूसरे भक्तों का ध्यान भटकता है। इसी के चलते देश के की मंदिरों में अब ड्रेस कोड लागू किया जा रहा है।
गौरतलब है कि हाल में मथुरा के राधा रानी मंदिर में भी ड्रेस कोड लागू किया गया था। उससे पहले उत्तराखंड के 3 मंदिरों में ड्रेस कोड लागू किया था। इसके अलावा राजस्थान में, जम्मू कश्मीर में, यूपी, मध्य प्रदेश समेत कई राज्य के मंदिरों में ऐसे नियम को लागू किया गया है। मंदिरों में तो स्पष्ट लिखा गया कि शॉर्ट, मिनिस्कर्ट, कैपरी पहनकर मंदिर में बिलकुल नहीं आ सकते