ये घटना हिंदुओं की नपुंसकता का प्रतीक है, हिंदू संगठनों की असफलता का सूचक है.. अब प्रशासन में इतनी हिम्मत हो गई की मंदिर में पूजा पाठ के लिए कार्यवाही का नोटिस दिया जा रहा है, जबकि देश में करोड़ों भोंपू रोज 5 बार ध्वनि प्रदूषण के साथ साथ हिंदुओं की आस्था का भी अपमान करते हैं।
बागेश्वरधाम धीरेंद्र चौधरी जी के छतरपुर में एक पुजारी को नोटिस देते हुए कार्यवाही की चेतावनी..
क्या सच मे हम भारत मे ही रह रहे हैं?
क्या सच मे हम अपने ही देश मे रह रहे हैं?
हमारे साथ होने वाले कानूनी व्यवहार से तो लगता है कि हम किसी शरिया लागू देश मे ही रह रहे हैं।
एक मंदिर के पुजारी को इस प्रकार से नोटिस देना क्या दर्शाता है?
मंदिर की आरती, शंखों की ध्वनि, वेद मंत्रों के उच्चारण में ही सारे नियम अधिनियम लागू होते हैं।
और हिम्मत भी पड़ जाती है।
और कितना सोओगे, कुंभकर्ण भी जागता था एक दिन।
जाग जाओ रे।
वरना अपने इष्टों, आराध्यों की पूजा अर्चना को भी तरस जाओगे।
DevendraPanika और यही एसडीएम,मस्जिद में अजान की आवाज के लिए नोटिस नही दे सकता , जागो हिन्दू जागो 🚩🚩🚩🚩🚩