जय भीम ~ जय मीम : हिंदुओं को आपस में लड़ाने का कोई अवसर नहीं छोड़ा जा रहा, या ये कहें की ऐसे खेल रचे जा रहें हैं की हिंदुओं को आपस में बांटा जाए। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरपुर से सामने आ रहा है, पीएसी के रिटायर्ड दारोगा की हत्या मुस्लिम जरीफ अंसारी ने की लेकिन सोशल मीडिया पर कुछ हिंदुद्रोही ऐसे पेश कर रहे हैं जैसे दलित दरोगा की हत्या किसी अपर कास्ट हिंदू ने की ताकि ये बताया जा सके की भारत में केवल मुस्लिम जी नहीं दलित भी पीड़ित है...
साउथ एशियन ह्यूमन राइट्स वॉच ने वीडियो को साझा करते हुए कहा है कि इस घटना ने पूरे देश को दहला दिया। ट्वीट के अनुसार एक रिटायर्ड दलित पीएसी इंस्पेक्टर को निर्ममता से मारने वाला शख्स एक अपर कास्ट हिंदू है।
सच ये है की रिटायर्ड दलित दारोगा पर फावड़े से हमला कर करके उनकी जान ले ली गई। 17 सेकेंड में करीबन 9 बार उनके ऊपर फावड़े मारे गए। वीडियो वाकई ही दिल दहलाने वाली है। लेकिन असल में हत्यारा वो नहीं जिसे सोशल मीडिया पर बताया जा रहा है। हत्यारा "जरीफ अंसारी" नाम का शख्स है।
जरीफ अंसारी ने इस घटना को अंजाम देने के बाद अपनी हरकत को पुलिस थाने जाकर कबूल किया था। शुरुआती पूछताछ में ये बात सामने आई थी कि गरीबदास के जरीफ अंसारी की पत्नी के साथ अवैध संबंध थे इसलिए उसने हमला किया। सीसीटीवी फुटेज में जरीफ के स्पष्ट दिखने के बाद पुलिस ने गरीबदास की हत्या मामले में जरीफ अंसारी को गिरफ्तार कर लिया था।
हिंदुओं को सावधान रहने की आवस्यकता है क्योंकि देश विदेश से अनेकों षड्यंत्रकारी लोग हिंदुओं को लड़ाने के काम में लगे हुए हैं।