मणिपुर की हिंसा से देश और धर्म दोनों संकट में है
वहां सनातनी मैतई समाज अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहा है वहां कुकी समाज जो कि ईसाई है और जिसकी जनसंख्या 40% से अधिक है वह स्थानीय मुसलमानों के साथ मिल कर मैतई समाज को समाप्त करने का षड्यंत्र कर के पूरी तैयारी से हमला कर रहा गया और इस युद्ध मे कुकी के साथ नागा और चीन था म्यामार के सैनिक भी वेश बदल कर शामिल हो गए है वहां ना केवल मैतई समाज की ज़मीन पर कब्जा किया जा रहा है बल्कि सीमावर्ती गावो में तार फेंसिंग कर के भारतिय फौज मणिपुर पुलिस और अन्य भारतीय लोगो के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है भारत का एक हिस्सा देश से कट के अलग होने की।कगार पर है
तार फेंसिंग की रखवाली सशस्त्र समूह कर रहे है जिनके पास AK47, AK97 रॉकेट लांचर और मिसाइल तक है इस हिंसा में कुकी समुदाय के साथ यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ) और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) जैसे प्रमुख संगठनों सहित तीस से अधिक आतंकवादी समूह शामिल है मणिपुर हिंसा केवल हिंसा नही बल्कि युद्ध है और ये युद्ध ईसाइयों कुकी समुदाय द्वारा सनातनियो मैतई समाज के विरुद्ध किया जा रहा गया
और विडंबना यह है कि देश के 100 करोड़ हिंदुओ को यह भी नही पता कि भारत के एक राज्य में उनके अपने सनातनी भाई सनातनी होने की कीमत चुका रहे है
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साभार👇
कृष्णदेवानंद सरस्वती
सनातन आश्रम
9200058880