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हमारे देवता कोई वस्तु नही जिसका चाहे जैसे प्रयोग करलो, हनुमान जी के हाथों से भगवा हटाकर तिरंगा थमाना चंद्रयान पकड़वा देना ,कल से टेक्नीकल चूक हुई और मिशन फेल हो गया तो क्या हनुमान जी को शक्तिहीन मान लिया जाएगा
फिर इन्ही फोटुओं के साथ कबाइली मिसनरी वामपंथी हमारे धर्म और देवताओं का मजाक बनाएंगे , हमारी भावुक #मूर्खताएं हमारे देवताओं के सम्मान पर भारी पड़ती है।
धर्म देवता ये कोरी भावुकता की ही नही गम्भीरता के भी विषय होते है
मैंने इसलिए राम जी को मोदी की उंगली पकड़ते हुए अयोध्या प्रवेश वाले घटिया फोटो का भी विरोध किया था।
हम हिन्दू धर्म के प्रति गम्भीर नही भावुक ज्यादा है और भावुकता में इतने अंधे हो जाते है कि ऐसे चित्र ईश्वर के प्रति सम्मान है या उनके सम्मान के साथ छेड़छाड़
ये भी नही समझ पाते , मैंने महाँकाल के तिरंगा अभिषेक का भी विरोध किया था इसका मतलब ये नही की में तिरंगे का सम्मान नही करता ,तिरंगा हमारी आन बान शान है उसके लिए जीवन कुर्बान है
#लेकिन #तिरंगा कुछ वर्ष पहले अवर फ्लैग कमेटी ने बनाया लेकिन #भगवाकेसरिया युगों युगों से सनातन का अग्रज ध्वज रहा है सनातन युगों युगों से है ।
भावुकता में धर्म की गम्भीरता ओर हमारे देवताओँ के सम्मान के साथ चूक न करे ,
वरना छूट पुट गलतियां ट्रेंड के रूप में सुरु हो जाती है और हमारे देवता मजाक बन जाते है।
जिन्होंने ये फोटो डाले उनके भाव अच्छे होंगे भावपूर्ण होंगे लेकिन ,हमे धर्म की गम्भीरता ओर मर्यादाओं का पालन करना भी जरूरी है
हमारा धर्म हमारे देवता ये कोई प्रयोगशाला नही है इसका हमे ध्यान रखना चाहिए ।
किसी मित्र को बुरा लगा हो तो माफी चाहूंगा।