MP के सीधी का एक मामला काफी हाईलाइट में रहा जिसपर सभी विपक्षी और कथित दलित हित चिंतक खूब हंगामा मचाते हुए जातिवाद का जहर घोलते हुए अपराधी के लिए कठोर सजा की मांग करते रहे और अन्ततः शिवराज सरकार ने कठोर कार्यवाही भी की (NSA और बुलडोजर) लेकिन अब पीड़ित ने ये क्या कह दिया...👇
पीड़ित दशमत रावत ने माँग की है कि आरोपित प्रवेश शुक्ला को छोड़ दिया जाए। उन्होंने कहा, “प्रवेश शुक्ला हमारे गाँव के पंडित हैं। इससे आगे हम कुछ नहीं कहना चाहते। हमारी माँग यही है कि जो हो गया सो हो गया, उन्होंने अपनी गलती महसूस कर ली है। वो हमारे गाँव के पंडित हैं। हमारी एक माँग अब बस सड़क की है।” पीड़ित ने ये भी बताया कि उन्हें आर्थिक सहायता की राशि भी मिल गई है।
एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें मध्य प्रदेश पुलिस को आरोपित प्रवेश शुक्ला को घसीटते हुए कार में बिठाते हुए देखा गया था। प्रवेश शुक्ला को सिगरेट मुँह में दबा कर पीड़ित पर पेशाब करते हुए देखा गया था। ये वीडियो 1 साल पुराना था, जो अब सामने आया। जनजातीय समाज के पीड़ित के साथ इस तरह के सलूक पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद माफ़ी माँगते हुए कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया था और ऐसा हुआ भी।
उधर कॉन्ग्रेस ने भी इस मामले में खूब राजनीति की। कॉन्ग्रेस के जिलाध्यक्ष ज्ञान सिंह ने पीड़ित को बिठा कर उस पर गंगाजल छिड़क दिया। लोगों ने पूछा है कि क्या जनजातीय समाज का व्यक्ति अशुद्ध है कि उसके साथ ऐसा किया गया? स्थानीय भाजपा विधायक केदार शुक्ला ने भी पीड़ित से मुलाकात की है। वहीं आरोपित के घर के बाहर कॉन्ग्रेस नेताओं ने धरना दिया। कॉन्ग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रवेश शुक्ला के घर को पूरी तरह से ध्वस्त किया जाए।