हिंदू मंदिर, तीर्थ आदि को अपवित्र करना, उन्हें बदनाम करना, साधु, संत ,पुजारी वेश में होकर उन्हें बदनाम करना , ये सब इन कट्टरपंथियों के एजेंडा का हिस्सा है। पहचान छुपाकर ना जाने कहां कहां छुपे हुए हैं जेहादी, समाज के हर तबके को इस मामले की सतर्क रहना चाहिए क्योंकि ये समाज की सुरक्षा, हमारे धर्म की पवित्रता, हमारी बहन बेटियों की सुरक्षा से जुड़ा मामला है।
मामला मेरठ के गाँव मटौर का है जो थाना क्षेत्र दौराला में स्थित है। यहाँ एक प्राचीन ओम शनि मंदिर है। इस मंदिर में गुल्लू खान हरियाणा के सोनीपत से जनवरी 2023 में आ कर पुजारी बन कर रह रहा था। गुल्लू के अब्बा का नाम इस्माइल खान है। उसने लोगों को अपना परिचय गुर्जरनाथ महाराज के तौर पर दिया। उसने मंदिर की देखरेख करने वाले लोगों को बताया कि वह पूर्व में हरियाणा के डिगलबेरी रोड झज्जर स्थित बाबा गोरखनाथ मंदिर का पुजारी रह चुका है।
कई माह तक किसी ग्रामीण को उसके मुस्लिम होने की भनक भी नहीं लगी। बताया जा रहा है कि एक दिन गुल्लू का एक पूर्व परिचित व्यक्ति कृष्णपाल मंदिर पर पहुँचा। कृष्णपाल ने गुल्लू खान को पहचान लिया और इसकी सूचना ग्रामीणों को दे दी। धीरे-धीरे यह बात हिन्दू संगठनों तक पहुँच गए। हिन्दू संगठन से जुड़े लोग मंदिर पर पहुँच गए। सभी गुल्लू खान को गिरफ्तार करने की माँग करने लगे। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची। गुल्लू खान को हिरासत में ले लिया गया है ।