GEETA VIDEO AND PANCHANG : गीता वीडियो एवम पंचांग
गीता अध्याय ३ कर्मयोग श्लोक १६
आज का पंचांग
शनिवार ११/०६/२०२३
आषाढ़ कृष्ण अष्टमी , युगाब्ध - ५१२५
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०८०
⛅ 🚩तिथि - अष्टमी दोपहर 12:05 तक तत्पश्चात नवमी
⛅दिनांक - 11 जून 2023
⛅दिन - रविवार
⛅शक संवत् - 1945
⛅अयन - उत्तरायण
⛅ऋतु - ग्रीष्म
⛅मास - आषाढ़
⛅पक्ष - कृष्ण
⛅नक्षत्र - पूर्वभाद्रपद दोपहर 02:32 तक तत्पश्चात उत्तरभाद्रपद
⛅योग - प्रीति सुबह 10:11 तक तत्पश्चात आयुष्मान
⛅राहु काल - शाम 05:44 से 07:25 तक
⛅सूर्योदय - 05:54
⛅सूर्यास्त - 07:25
⛅दिशा शूल - पश्चिम दिशा में
⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:30 से 05:12 तक
⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:18 से 01:00 तक
⛅व्रत पर्व विवरण -
⛅विशेष - अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है । नवमी को लौकी खाना त्याज्य है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🔹विशेष लाभदायी स्मृतिशक्तिवर्धक प्रयोग🔹
🔸गर्मी के दिनों में पके पेठे की सब्जी खाने स्मरणशक्ति में कमी नहीं आती है ।
🔸गुलकंद के सेवन से स्मृतिशक्ति को बल मिलता है ।
🔸खरबूजे के साथ उसके बीज भी चबाकर खाने चाहिए । ये स्मरणशक्ति बढ़ाने के साथ शरीर पोषण करने में भी समर्थ हैं ।
🔸 देशी गाय के २५ ग्राम मक्खन में १-२ काली मिर्च एवं मिश्री मिलाकर नित्य सेवन करने मस्तिष्क की कमजोरी दूर होती है, स्मरणशक्ति मैं वृद्धि होती है एवं कद भी बढ़ता है ।
पका कुम्हड़ा (कद्दू, काशीफल) खाने से स्मृतिशक्ति बढ़ती हैं ।
शुद्ध शहद का नित्य सेवन करने से स्मृतिशक्ति कमजोर नहीं होती ।
🔹मनको वश करनेके कुछ उपाय🔹
🔸१- इस लोक और परलोक के सारे भोगों में दुःख और दोष देखते हुए उनसे वितृष्ण होना ।
🔸२- नियमानुवर्तिताका पालन करना, सारे कार्य नियमितरूप से करना ।
🔸३- मनके प्रत्येक कार्य पर विचार करते हुए उसे बुरे चिन्तन से बचाना ।
🔸४- मन के कहने में नहीं चलना ।
🔸५ - मन को सर्वदा सत्कार्य में लगाये रखना ।
🔸६- जहाँ-जहाँ मन जाय वहाँ-वहाँ से हटाकर परमात्मा में लगाना अथवा सर्वत्र परमात्मा की भावना करते हुए मन को जहाँ-कहीं भी जाने देना ।
🔸७- एक तत्त्व का अभ्यास करना ।
🔸८- नाभि या नासिकाग्र में दृष्टि स्थापन करना ।
🔸९- शब्द श्रवण करना ।
🔸१० - भगवान के नाम या मूर्ति का ध्यान और मानसिक पूजा करना ।
🔸११- मैत्री, करुणा, मुदिता और उपेक्षा-व्रत पालना ।
🔸१२ - परमार्थ-ग्रन्थोंका अध्ययन करना ।
🔸१३ - प्राणायाम करना ।
🔸१४ - श्वास के द्वारा भगवान नाम का जप करना ।
🔸१५ - अनन्य मन से भगवान के शरण होना ।
🔸१६ – मन से अलग होकर उसके कार्यों को देखना ।
🔸१७- प्रेमपूर्वक भगवन्नाम-कीर्तन करना ।
🔹 रविवार विशेष🔹
🔹 रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
🔹 रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)
🔹 रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)
🔹 रविवार सूर्यदेव का दिन है, इस दिन क्षौर (बाल काटना व दाढ़ी बनवाना) कराने से धन, बुद्धि और धर्म की क्षति होती है ।
🔹 रविवार को आँवले का सेवन नहीं करना चाहिए ।
🔹 स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए । इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं ।
🔹 रविवार के दिन पीपल के पेड़ को स्पर्श करना निषेध है ।
🔹 रविवार के दिन तुलसी पत्ता तोड़ना वर्जित है ।
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