हिन्दू धार्मिक स्थल पर गैर हिन्दू का प्रवेश एवं भ्रमण वर्जित होना चाहिए। हिन्दू धार्मिक स्थान/मन्दिर कोई पर्यटक स्थल नहीं है। हिंदुओं के धार्मिक स्थल हमारी आस्था के केंद्र हैं और उनकी पवित्रता, सात्विकता और दिव्यता बनाए रखने के लिए उचित निर्णय हमारे धर्म स्थल के प्रशासन एवं संतों को लेना चाहिए।
यह क्या हमारे धर्म स्थलों को पिकनिक स्पॉट समझते हैं या कौन जाने क्या मंशा है इनकी वहां आने की?
हिन्दू तीर्थ स्थल हिन्दुओं की आस्था के केंद्र है और वहां गैर हिन्दुओं का प्रवेश वर्जित होना ही चाहिए .. सेकुलरिज्म के नाम पर हिन्दू धर्म स्थलों को हर किसीके लिए जिनकी उनमें आस्था ही नहीं खोलना अनुचित है ..प्रशासन और मंदिर तथा तीर्थ प्रशासन को इसपर संज्ञान लेना चाहिए। भर्ती जिहादी हरकतों को देखते हुए इस बात पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।
हिन्दुओं को भी सतर्क होना चाहिए और अपने मंदिर, तीर्थ आदि की पवित्रता बनाये रखने के लिए गैर हिन्दुओं को आने से रोकना चाहिए वर्तमान स्थिति को देखते हुए हमें समझना चाहिए कि कहीं कोई जिहादी हमारी बहन बेटियों की रेकी करने तो हमारे तीर्थ स्थलों पर नहीं आ रहे? या कोई आतंकी घटना को अंजाम देने की तो कोशिश नहीं?
बड़ा दुर्भाग्य है की आज हमारे अनेकों तीर्थ स्थलों को पर्यटन स्थलों की तरह सभी के लिए खोल दिया गया है जिससे उनकी पवित्रता और दिव्यता का नाश हो रहा है .. इसमें बड़ा दोष मंदिर और तीर्थ प्रबंधको का भी है जिन्होंने ना जाने कौनसी मजबूरी के कारण इस बात पर ध्यान ही नहीं दिया
अभी वर्तमान में हमारे तीर्थ हरिद्वार से कुछ मामले सामने आ रहे हैं जहाँ मुश्लिम लोग अपनी पहचान छुपाकर वहां दुकानें चला रहे हैं , कुछ तो साधु वेश में भीख मांग रहे हैं तो कुछ ज्योतिष बनाकर लोगों को ठग रहे हैं ...
हिन्दुओं को पूरी तरह सजग रहना होगा और मंदिर प्रशाशन , तीर्थ प्रशासन से संपर्क कर उन्हें अपने मंदिर और तीर्थ में गारी हिन्दुओं के प्रवेश को वर्जित करने के लिए कहना होगा ..
केवल हो हल्ला नहीं काम करें , उठें और मंदिर , तीर्थ आदि पर पहुँचकर इस टास्क को पूरा करें ...शुरुवात अपने आस पास से करें ...हमारे ऐसे ही हर एक कदम हिन्दू राष्ट्र के इस महायज्ञ की आहुतियां बनेंगी