बृजभूषण शरण सिंह पर 2 FIR हैं। एक में छे बालिक महिला पहलवानों की शिकायत दर्ज है तो दूसरी में एक नाबालिग महिला पहलवान की शिकायत। दिल्ली पुलिस ने अब दोनों ही मामले में अपनी चार्जशीट दाखिल कर दी है जिसमें से नाबालिक महिला के शोषण वाले (Pocso) मामले में दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण को क्लीन चिट देते हुए कोर्ट में कैंसिलेशन रिपोर्ट (Cancellation report) फाइल की है।
नाबालिग के मामले में दिल्ली पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट में कैंसिलेशन रिपोर्ट दाखिल है। इसकी अगली सुनवाई 4 जुलाई 2023 को है। कैंसिलेशन रिपोर्ट उन मामलों में दायर की जाती है, जब पुष्टि वाले कोई साक्ष्य नहीं मिलते हैं।
दूसरी तरफ भाजपा के विधान पार्षद (गोरखपुर - फैजाबाद स्नातक खंड) देवेंद्र प्रताप सिंह ने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर को एक पत्र लिखा है जिसमें वो कहते हैं WFI Election में बृजभूषण शरण सिंह के परिवार और सहयोगियों को चुनाव लड़ने से रोकना आत्मघाती कदम होगा। इसके अलावा यह लोकतंत्र की मूल भावना के खिलाफ भी होगी।
आगे उनका कहना है कि यह फैसला क्षत्रिय समाज के लिए अपमानजनक है और इस फैसले से समाज का एक बड़ा और महत्वपूर्ण हिस्सा अपमानित महसूस करेगा। उन्होंने कहा कि और अनुराग ठाकुर को ऐसी सहमति देने से आपको बचना चाहिए। भाजपा विधायक ने कहा कि अध्यक्ष पद का चुनाव निष्पक्ष, पारदर्शी और सभी के लिये खुला अवसर उपलब्ध होना चाहिए। उन्होंने कहा कि नाजायज मांगों के आगे झुकने का कोई अंत नहीं होगा बल्कि यह बड़ी राजनीतिक चूक होगी।
देवेंद्र प्रताप जी ने ये भी कहा कि पहलवानों का धरना राजनीति से प्रेरित और पीएम मोदी के विरोधियों का खेल संघ (WFI) पर कब्जे के प्रयास की रणनीति है। साजिश के तहत बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आधारहीन, कपोलकल्पित और झूठे आरोप लगाए गए हैं। धरना देने वाले पहलवान मोदी विरोधियों द्वारा टूलकिट की तरह इस्तेमाल होते रहे हैं।