लगातार दलित बेटियों के साथ जेहादी हरकतों के मामले सामने आ रहे है लेकिन मजाल दलित राजनीती करने वाले कथित दलित हित चिंतक इसपर चिंता व्यक्त करें और मुश्लिम आरोपितों पर कार्यवाही की मांग करें ? ये कथित दलित हित चिंतक केवल तब घोंसलों से बाहर निकल कर रंडी रोना करते हैं जब आरोपी कोई सवर्ण हो ..बाकि आरोपी मुश्लिम हो तो इन्हें कोई फरक पड़ता ही नहीं.
मामला .. दमोह (MP ) की दलित लड़की के साथ जिहाद
दमोह, मध्य प्रदेश की एक दलित लड़की का के बेंगलुरु, कर्नाटक में धर्मान्तरण के प्रयास का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुशार पीड़िता पर जादू-टोना करने के साथ वशीकरण ताबीज भी पहनाई गई थी। आरोपित फारुख पर राजू नाम रख कर पीड़िता को नौकरी का झाँसा दे कर अपने जाल में फँसाने का आरोप है। फारुख भगोड़े आतंकी ज़ाकिर नाइक का फॉलोवर बताया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दमोह जिले की एक दलित लड़की ने आरोप लगाया कि वह बेंगलुरु में नौकरी करती थी इस दौरान पीड़िता को वहीं काम करने वाला फारुख नाम का एक लड़का मिला। फारुख ने अपना परिचय राजू के तौर पर दिया था। कुछ दिनों की बातचीत के बाद फारुख लड़की को अपने प्रेम जाल में फँसाने में सफल रहा।
वह पीड़िता के आगे पूजा-पाठ करता था और साथ में मंदिर भी जाता था। लड़की का कहना है कि इन हरकतों से उसे कभी राजू के मुस्लिम होने का शक नहीं हुआ। बीच-बीच में राजू बने फारुख ने पीड़िता को शादी का झाँसा दे कर शरीरिक संबंध बनाए (यहीं मार खा जाती हैं हिन्दू लड़कियां, शादी के पहले शारीरिक सम्बन्ध बना लेती हैं) । कुछ दिनों बाद एक बार फारुख घर में चिकन बिरयानी ले कर आया। उसने लड़की को प्यार का वास्ता दे कर पहली बार माँसाहार करवाया (अब धर्म का ज्ञान न होने और धर्म को न समझने के कारण मांस भी खा लेती हैं ) । इस घटना के बाद लड़की ने राजू पर नजर रखना शुरू किया और थोड़े ही समय में पता लगा लिया कि वो असल में फारुख है।
लड़की का आरोप है कि फारुख की सच्चाई सामने आने के बाद वो दूरी बनाने लगी। जब फारुख को इसकी भनक लगाई तो उसने पीड़िता के तमाम कागजात हड़प लिए जिसमें क्रेडिट कार्ड भी शामिल था। लड़की को 2 महीने से ज्यादा एक कमरे में बंधक बना कर रखा गया। इस दौरान उसे सिर्फ फैक्ट्री तक जाने की परमिशन थी और इस पूरे समय फारुख लड़की के साथ ही रहता था। बीच में एक बार पीड़िता के खाते से 40 हजार रुपए भी आरोपित ने अपने एकाउंट में डलवा लिए।
शिकायत में आगे बताया गया है कि थोड़े समय के बाद फारुख पीड़िता पर धर्म परिवर्तन कर के इस्लाम कबूलने का दबाव बनाने लगा। ऐसा न करने पर वो लड़की को जान से मारने की धमकियाँ भी देता था। पीड़िता को प्रताड़ित करने के लिए उसने 5 महीने की सैलरी भी हड़प ली। लड़की का कहना है कि इस बीच उसका शारीरिक और मानसिक शोषण होता रहा जिससे वो निकलने के बारे में सोचती रही। आखिरकार एक दिन उसने फारुख से प्यार करने का नाटक किया और निकाह के लिए अपने घर वालों को भी तैयार करने का भरोसा दिया।
घर वालों को निकाह के लिए मनाने का बहाना ले कर पीड़िता बेंगलुरु से अपने घर दमोह आ गई। 3 दिनों बाद फारुख लड़की को कॉल कर के अपने पास बुलाने लगा तो पीड़िता ने वापस आने से मना कर दिया। इस से नाराज हो कर आरोपित ने लड़की के अश्लील वीडियो अपने पास होने और उसे वायरल करने की धमकी दी। सबूत के तौर पर उसने कुछ वीडियो पीड़िता को व्हाट्सएप पर भी भेजे। फारुख इसी दौरान 2 लाख रुपए पीड़िता के खाते से निकालने की भी धमकी देने लगा।
अब पुलिस मामले की जांच कर रही है और जो भी होगी भारत के महान कानून के अनुशार वो कार्यवाही करेगी , लेकन लड़की के साथ जो होना था वो तो हो गया .. और इसका कारण है , हिन्दू परिजनों का अपने बच्चो को धर्म ज्ञान न देना उन्हें संस्कार ना देना, और दूसरा हमारे देश के कानून की निष्क्रियता जो अपराधियों को सजा नहीं दे पाता और वो खुलकर अपने कुकर्मों को अंजाम देते हैं