एक ऐसा त्योंहार जिसमें करोड़ों निरीह, बेजुबान पशुओं को तड़पा तड़पा कर हत्या को जाती है जिसे "कुर्बानी" कहा जाता है, लेकिन ये सब समुदाय विशेष के अलावा अन्य को समुदायों को विचलित करता है और इसीलिए बहुत से लोग पशु हत्या का विरोध भी करते हैं और कुछ तो eco freindly ईद के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
अब मुंबई को कुछ सोसाइटी जिनमें मुस्लिम समुदाय के लोग रहते हैं और अपने घर पर बकरे ले आते हैं, तथा सोसाइटी में ही बिना अनुमति के उनकी कुर्बानी चाहते हैं उनका विरोध किया जा रहा है, एक मामला तो कोर्ट भी पहुंच गया जिसपर मुंबई हाई कोर्ट ने सोसाइटी में कुर्बानी ना करने का सीधा सीधा निर्देश दिया।
इन वाक्यों को देखते हुए कुछ लोगों ने यहां तक कह दिया कि सोसाइटी और लोग किसीको घर रेंटनपार देने से पहले देखें ताकि बादमें ऐसी समस्या का सामना न करना पड़े।
मीरा रोड, मुंबई की एक सोसाइटी में तो सोसाइटी में बकरे लाने का विरोध करने पर मुस्लिम परिवार विरोध करने वालों से दुर्व्यहवार करने लगे, महिलाओं को अपशब्द भी कहे और इतना ही नहीं जब लोगों ने इनके दुर्व्यहार के बाद प्रदर्शन किया तो मुस्लिम परिवार ने मोब लिंचिग का झूठ फैला दिया। इससे समझ आता है की इनके साथ रहना कितना बाद खतरा बन सकता है