जय श्री राम🚩
रामायण सिर्फ राजाओं की कहानी नहीं है, भाइयों की भी कहानी है और भाइयों के बीच सम्पत्ति को लेकर झगड़े की भी। एक तरफ रावण और उसके भाईयों की कहानी है।
कुबेर ने जहां भाई धर्म निभाते हुए खुशी खुशी सौतेले भाई रावण को सोने की लंका सौप कर अपनी अलग अलकापुरी बसाई वहीं रावण ने भाई की संपत्ति लंका हासिल करने के बाद अलकापुरी पर हमला कर कब्जा कर लिया।
सिर्फ इतना ही नही राज्य के साथ साथ कुबेर का पुष्पक विमान भी हथिया लिया। विभीषण को सद- शिक्षा देने पर लात मारकर सम्पत्ति से बेदखल कर दिया। पराई स्त्री को हासिल करने के लिए भाई कुंभकर्ण को युद्ध भूमि में मरने के लिए भेज दिया।
दूसरी तरफ बालि है जिसने न केवल सगे भाई सुग्रीव को राज्य से निकाला बल्कि उसकी हत्या करने का प्रयास भी किया। उसकी पत्नी तारा को भी हथिया लिया। रावण और बालि दोनों ने भ्राता धर्म का पालन नहीं किया।
तीसरी तरफ श्री राम हैं जिन्होंने पिता की इच्छा पर सम्पत्ति पर अधिकार छोड़ दिया। न सिर्फ वन जाना स्वीकार किया बल्कि छोटे भाई भरत को सत्ता सौंप दी। भरत ने भी 14 साल श्री राम की खड़ाऊं रख कर राज्य पर आसीन रहने के बाद, वनवास से लौटे श्री राम के लिए तुरन्त सिंहासन छोड़ दिया।
लक्ष्मण चाहते तो राज्य में ही रुक कर सुख सुविधाएं भोग सकते थे, राज्य को हथियाने के लिए साजिशें कर सकते थे लेकिन उन्होंने अपने बड़े भाई की सेवा के लिए वन जाना चुना। न सिर्फ वन गए बल्कि युद्ध भूमि में मौत के मुँह तक चले गए।
श्री राम ने ज्येष्ठ भ्राता धर्म निभाया इसलिए उनके अनुजों ने भी अपना धर्म निभाया। रावण और बालि ने भाइयों के ऊपर सम्पत्ति को प्राथमिकता दी इसलिए विभीषण और सुग्रीव ने अपने भाइयों के खिलाफ श्री राम का साथ और सहयोग लिया और राजा बने।
लक्ष्मण ने सिर्फ एक गलती की, एक स्त्री की नाक काटी और उसके बाद प्रभु श्री राम के जीवन मे कभी खुशियां नहीं टिकी। सीता हरण हुआ, रावण से युद्ध हुआ, सीता पर कलंक लगा, सीता त्याग हुआ, अपने ही पुत्रो से युद्ध करना पड़ा, सीता सदा के लिए मायके चली गई।
रावण के पास एक भाई था जो सोता ही रहता था। श्री राम के पास एक भाई था जो सोता ही नही था। That's what made the difference। सम्पत्ति कभी भी भाई से बढ़कर नहीं होनी चाहिए क्योंकि भाई वहाँ खड़े होते हैं जहां मैटर बड़े होते हैं।
जय सियाराम 🙏🚩
रामायण सुन्दरकाण्ड हनुमान चालीसा पाठ बहुत अच्छा लगा
ReplyDeleteवागाराम/हरजीराम चौधरी भादरूणा 9414903125
राजा महाराजा की कहानी सुनकर बहुत खुश हुआ धन्यवाद
ReplyDeleteVagaram/Harjiram Choudhary Bhadruna