Haridwar कनखल में VHP के मार्गदर्शन मंडल की बैठक हुई, संतों ने पहले दिन धर्मांतरण , घर वापसी, समलैंगिक विवाह (Same sex marriage) , जनसांख्यिकी बदलाव, लैंड एवं लव जेहाद पर चर्चा की।
संतों ने कहा कि धर्मांतरण को रोकने के लिए सरकारों को प्रभावी कानून बनाने चाहिए। निर्णय लिया गया कि दिवाली से 15 दिन पहले देशभर धर्मांतरण और घर वापसी को लेकर अभियान चलाया जाएगा। अभियान में सभी प्रमुख संत प्रतिभाग करेंगे।
समलैंगिक विवाह मुद्दे पर चर्चा करते हुए संतों एवं पदाधिकारियों ने साफ कहा कि समलैंगिक विवाह किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है। कहा कि अगर कानून को मान्यता मिलती है, तो संसद को निर्णय को पलटने के लिए तैयार रहना चाहिए।
वहीं, देशभर से आए संतों ने धर्मांतरण और घर वापसी को लेकर दिवाली के 15 दिन पहले धर्मजागरण अभियान चलाने पर एक स्वर में सहमति दी।
बैठक में संतों ने देशभर में बढ़ते धर्मांतरण मामलों को चिंताजनक बताया। संतों ने कहा कि धर्मांतरण को रोकने के लिए सरकारों को प्रभावी कानून बनाने चाहिए। निर्णय लिया गया कि दिवाली से 15 दिन पहले देशभर धर्मांतरण और घर वापसी को लेकर अभियान चलाया जाएगा। अभियान में सभी प्रमुख संत प्रतिभाग करेंगे।
संतों ने समलैंगिक विवाह को लेकर कहा कि यह विवाह संस्था के खिलाफ है। कहा कि सनातन संस्कृति में इस तरह की विकृत मानसिकता से उपजी व्यवस्था के लिए कोई स्थान नहीं है। संतों ने कहा कि सनातन संस्कृति को ध्यान में रखते हुए न्यायालय को सैमलैंगिक कानून से जुड़े विषय पर निर्णय देना चाहिए।
हिंदुओं को चाहिए को वो पूरी ताकत के साथ अपने संतों के साथ खड़े हो जाएं और हर धर्म और देश विरोधी गतिविधियों का पुरजोर विरोध करें तथा जो सही है, जो देश तथा धर्म हित में है उसका पूरी ताकत के साथ समर्थन करना चाहिए।