क्या करेगा नीतीश कुमार और
विपक्ष जातिवादी राजनीति खेल कर,
SC/ST/OBC तो पहले ही मोदी के
साथ जुड़े हुए हैं -
देश के विभाजन के 75 साल के बाद नीतीश कुमार और कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल जातिवादी जनगणना करा कर हिन्दू समाज को पूरी तरह तोड़ना चाहते हैं - यह खेल VP Singh के मंडल आयोग जैसा ही खतरनाक है जबकि नेहरू ने ऐसी जनगणना का विरोध किया था परंतु उनका वंशज राहुल भी इस गंदी राजनीति का हिस्सा बनकर उसकी वकालत कर रहा है -
हालांकि यह बात अलग है कि इस देश में अभी किसी ने भी जाति आधारित जनगणना की मांग नहीं की है
लेकिन यह पूरी तरह हिंदुओं को आपस में जातियों में बांट कर बर्बाद कर देना चाहते हैं
बिहार में जातिगत जनगणना के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका ख़ारिज कर दी गई जैसी उम्मीद थी और यह याचिका हाई कोर्ट में दायर करने की सलाह और छूट दे दी गई - कौन सा मामला सीधा सुप्रीम कोर्ट में सुना जाएगा और किसका सुना जाएगा और कौन सा हाई कोर्ट भेजा जाएगा, इसके बारे में कोई दिशा निर्देश नहीं है, बस धकमपेल चल रही है -
लेकिन आज की तारीख में विपक्ष की लोकसभा में जातिगत हालत देखते हैं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सब पिछड़ी जाति के लोग खड़े दिखाई देते हैं - आइए देखते हैं :
-लोकसभा में SC के लिए आरक्षित सीट है 84 जिसमें भाजपा के पास 46 सीट हैं;
-लोकसभा की ST के लिए आरक्षित सीट हैं 47 जिसमें भाजपा के 31 सांसद हैं;
-कांग्रेस के मात्र 5 SC और 4 ST सांसद हैं;
-नीतीश की JDU के पास केवल 2 SC सांसद हैं जबकि बिहार में SC की 6 सीट हैं;
-बंगाल में ममता के पास 10 में से केवल 5 हैं;
इस तरह भाजपा के पास 55% SC और 66% ST सांसद हैं जबकि विपक्ष के सभी दलों के पास 84 में से 38 SC और 47 में से केवल 16 ST सांसद हैं और इस पर करीब समूचा विपक्ष देश में पहली आदिवासी महिला के राष्ट्रपति बनने पर विधवा विलाप करता रहा था - फिर किस मुंह से ये लोग जातिवादी जनगणना करा कर देश का या हिन्दू समाज का भला करना चाहते हैं -
इसके अलावा लोक सभा की 78 महिला सांसदों में भाजपा की 41 हैं -
2021 में जब नरेंद्र मोदी कैबिनेट का विस्तार हुआ तो उसमें 27 OBC, 12 SC और 8 ST शामिल किये गए थे - जो कार्ड जातिवाद का ये लोग आज खेलना चाहते हैं, उसका तोड़ मोदी ने पहले ही निकाला हुआ है - सच्चाई तो यह है कि नरेंद्र मोदी के आने के बाद जाति के आधार पर वोट पड़ने में कमी आई है और यही विपक्ष की चिंता का कारण है - एक तरफ जातिवादी राजनीति पर खतरा, दूसरा परिवारवाद की राजनीति निशाने पर, तीसरा भ्रष्टाचार पर ताबड़तोड़ हमला और चौथा मोदी की वैश्विक लोकप्रियता सब मिलकर विपक्ष को हताश किये हुए हैं -
इस जातिवादी राजनीति को तोड़ने के लिए हिन्दू समाज को पूरी तरह एकजुट होकर मोदी के साथ खड़े रहने की जरूरत है अन्यथा ये लोग हिन्दुओं का जीवन दूभर कर देंगे -
#2024 मोदी 400 पार