श्री हनुमान जन्मोत्सव पर एकता का परिचय दे हिंदू समाज - आचार्य राकेश। रामनवमी पर हुई जिहादी घटनाओं का विरोध करते हुए हिंदू समाज को दिया हिंसा रोकने का सुझाव। (शांति को स्थापना के लिए भगवान को भी महाभारत करनी पड़ी थी... बस ऐसे ही जानकारी के लिए बता रहे हैं)
हिंदुओं के ऊपर हमले नहीं सोएगा विश्व हिंदू परिषद
विश्व हिंदू परिषद हिंदुओं की एकता और अखंडता के लिए कार्य करते आ रही है हावड़ा में विश्व हिंदू परिषद के द्वारा निकाली गई शोभायात्रा में पथराव किया गया जिसमें अनेक कार्यकर्ता घायल हुए ऐसे समय पर विश्व हिंदू परिषद उन तमाम विधियों को चुनौती देता है कि वे शांत रहें नहीं तो प्रतिकार स्वरूप उन्हें हानि उठानी पड़ेगी
विश्व हिंदू परिषद छत्तीसगढ़ ने सर्वे हिंदू समाज से आग्रह किया है कि जैसे रामनवमी पर शोभायात्रा के द्वारा अपने शौर्य का प्रदर्शन किया था ठीक उसी प्रकार श्री हनुमान जन्मोत्सव पर भी अपनी वीरता का परिचय दें।
पूरे भारतवर्ष में शोभायात्रा के दौरान कुछ राज्यों में शोभायात्रा ऊपर विधर्मी यों के द्वारा आगजनी, पथराव तथा सामूहिक रूप से मंदिरों पर हमले का घृणित कार्य किया गया है। अनेक हिंदू भाइयों की जान गई। ऐसे समय पर हिंदू समाज को केवल प्रदर्शन ही नहीं अपितु प्रतिक्रिया करने की भी आवश्यकता है। केवल शस्त्र को अपने हाथों में लेकर प्रदर्शन मात्र से ही हिंसक घटनाएं शांत नहीं होने वाली है इसके लिए इसका संचालन भी अत्यंत जरूरी है।
ममध्य प्रदेश, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, गुजरात, झारखंड, बिहार के अनेक शहरों में शोभायात्रा के दौरान पथराव हुए थे। अब हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर भी देशभर में पुनः शोभायात्रा निकाली जाएगी। ऐसे समय पर हिंदू समाज को अपनी एकता का परिचय देते हुए सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ करना होग। हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ हिंदुओं को संगठित , शक्तिशाली करेगा तथा विधर्मी ताकतों को कमजोर करेगा।
जब तक सनातनी पूजा पद्धतियों में मत बंधुओं में बैठकर अपने को अलग रखेंगे तब तक इस देश में शांति की स्थापना नहीं हो सकती यदि शांति स्थापना करनी है तो एकता का परिचय देना होगा और साथ ही प्रतिकार करने से ही शांति की स्थापना होगी।