बाते बिलकुल पते की कह देवीजी ने लेकिन इन बातों का असर धर्मद्रोहियों, एजेंडा धारियों पर नहीं होगा, क्योंकि वो उन स्लीपर सेल्स की तरह है जिन्हें जो आदेश आता है वो वही काम करते हैं। और जैसा की कहा गया को भारत हिंदू राष्ट्र है तो यहां केवल धार्मिक अनुष्ठान सरकार द्वारा किए जाने चाहिए ना की ऐसे आयोजन जिनके पीछे मंशा राष्ट्र विरोधी हो।
इसलिए जरूरत है की अब हिंदू जाग और 5 काम करे
👉1 धर्म , संस्कृति को लेकर कुछ भी गलत हो तो उसक पूरी ताकत से विरोध करे
👉2 जो भी कुछ धर्म और संस्कृति के लिए अच्छा हो रहा हो उसका पुरजोर समर्थन करे
👉3 कम से कम अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा का प्रबंध अपने व्यक्तिगत स्तर पर जरूर जरूर करे
👉4 सप्ताह में एक बार अपने क्षेत्र में हनुमान चालीसा या सुंदरकांड या सत्यनारायण कथा जैसा धार्मिक आयोजन कर सनातनियों को धर्म के प्रति सजग की और आपस में संगठित करे
👉और अंतिम परंतु अत्यंत महत्वपूर्ण की हर धर्म द्रोही का पूर्ण रूप से बहिष्कार करे।
ध्यान रहे सरकार और प्रशासन तो अपना कार्य कर रहे हैं लेकिन हिंदू पिट रहे हैं, पलायन कर रहे हैं, उनकी बच्चियों के साथ लव जेहाद हो रहे हैं क्योंकि हिंदू सरकार और प्रशासन पर बोझ बन रहा है जबकि उन्हें खुद संगठित और मजबूत होकर राष्ट्रप्रेमी सरकार तथा प्रशासन की ताकत बनना चाहिए।