बिहार के पूर्णिया में दरिंदे दिखुश ने 10 साल की मासूम को मौका पाते ही उठाकर खेत में ले गया और इसके साथ दारीदगी की, जब प्राइवेट पार्ट से खून बहने लगा तो दुष्ट जेहादी ने प्राइवेट पार्ट में बालू डाल दी।
पुलिस ने भले ही इस जेहादी को गिरफ्तार कर लिया लेकिन उस बच्चे के मन पर जो दुष्प्रभाव पड़ा है , उसके मन पर जो हैवानियत का डर छप गया उसका क्या? उस मासूम की जिंदगी पर इस हैवानियत का क्या असर पड़ेगा?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला पूर्णिया के डगरुआ थाना क्षेत्र का है। यहाँ के एक गाँव चाँदी पंचायत में दिलखुश की दरिंदगी की शिकायत बच्ची के पिता ने घटना की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि घटना के दिन उनकी बच्ची अपनी 5-6 सहेलियों के साथ घर के पास खेल रही थी। इस दौरान पीड़िता के ही पड़ोस में रहने वाला दिलखुश वहाँ आया। उसने पहले आस-पास देखा और किसी बड़े को न देख कर बच्ची को अपनी तरफ खींचने लगा। दिलखुश की हरकत देखते हुए बाकी बच्चे डर से वहाँ से भाग निकले।
मिली जानकारी के मुताबिक, बाकी बच्चों को भगाने के लिए दिलखुश ने उन पर बालू फेंक दिया। बाद में बच्ची को अकेला पा कर उसने पीड़िता का मुँह दबाया और खेतों की तरफ ले जाने लगा। आखिरकार बच्ची को गेहूँ के खेत में ले जा कर दिलखुश ने उसके साथ रेप किया। बच्ची ने दिलखुश से खुद को छुड़ाने की काफी कोशिश की लेकिन वो नाकाम रही। जब दरिंदगी की वजह से बच्ची के प्राइवेट पार्ट से खून निकलने लगा तब दिलखुश ने उसमें मिट्टी और बालू डाल दिया।
पीड़िता से दरिंदगी कर के दिलखुश फरार हो गया। इधर आरोपित द्वारा भगा दिए गए अन्य बच्चों ने पीड़िता के घर पहुँच कर पूरी बात बताई। लड़की के परिजन जब तलाश करते हुए खेत पर गए तब उन्हें पीड़िता कराहती हुई बेसुध हालत में मिली। मामले की सूचना पुलिस को दी गई और बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। पुलिस ने दिलखुश को गिरफ्तार कर लिया है। पीड़िता के परिजनों ने आरोपित पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है।