जबलपुर में कथा के दौरान पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Pandit Dheerendra Shastri) जी ने बातों बातों में समलैंगिक विवाह की आलोचना की।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी ने कहा कि आजकल उल्टा जमाना आ गया है। लड़का-लड़का और लड़की-लड़की आपस में विवाह कर रहे हैं। केंद्र सरकार ने भी इस तरह की शादी को मान्यता देकर हद कर दी। ऐसा तो विदेशों में होता था। अब तो हमारे देश में भी होने लगा।
हालांकि भारत में समलैंगिक संबंधों को मान्यता है लेकिन समलैंगिक विवाह को मान्यता नहीं है और वर्तमान केंद्र सरकार समलैंगिक विवाह के समर्थन में भी नहीं है अपितु केंद्र सरकार ने हलफनामा देकर समलैंगिक विवाह का विरोध किया है और इस मामले की अगली सुनवाई 18 अप्रैल को होनी इस। साथ ही सोशल मीडिया ले भी समलैंगिक विवाह को गलत बताते हुए इसका जमकर विरोध हुवा है।
कथा में ये बोले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जबलपुर के पनागर में आयोजित श्रीमदभागवत कथा में बोल रहे थे। रविवार को कथा का दूसरा दिन था। उन्होंने कहा कि हनुमान जी अब बचाओ। पहले जमाना अच्छा था। लड़के की शादी लड़की से होती थी। लेकिन, आजकल तो कार्ड पढ़ना पड़ता है कि लड़के की शादी लड़की से हो रही है या लड़के से। हम तो एक दिन सोच रहे थे, बताओ ऐसे ही युग में हमारा जन्म हुआ। जब लड़के-लड़के आपस में शादी कर रहे हैं। यह विदेश में बहुत चलता है। अब यह हमारे शहरों में होने लगा है। लड़के के विवाह के लिए लड़की की आवश्यकता नहीं है।
पंडित जी की बातों से इतना तो साफ है की वो समलैंगिक विवाह से पूर्णत असहमत है। तो बागेश्वरधाम के समर्थकों को चाहिए की ऐसी कुप्रथा समाज में जगह न बना सके इसलिए इसका भरपूर विरोध करें।
प्रशासक समिति द्वारा पहले भी #NoSameSexMarriege के नाम से ट्रेंड चलाया गया था और 16 अप्रैल 2024 को एक बार फिर इसी मुद्दे पर ट्रेंड चलाकर इस समलैंगिक विवाह का विरोध किया जाएगा (18 अप्रैल को इसपर कोर्ट में सुनवाई होनी है)