यदि इस भीख माफिया नेटवर्क को तोड़ना है तो समझदार बनना होगा और भीख में क्या देना है क्या नहीं इसपर दिल के साथ दिमाग से विचार करना होगा।
देश के कई जगहों पर , देश हित में एक नया अभियान शुरू हुआ है कि भिखारियों को भीख में CASH देना बंद कर देना चाहिए. इस अभियान के अंतर्गत भिखारी को (भोजन + पानी) दें परन्तु नकद में देने के लिए एक भी रुपया नहीं।
चाहे वह किसी भी तरह का भिखारी हो। यदि किसी भी प्रकार का व्यक्ति (महिला / पुरुष / वृद्ध/ विकलांग / बच्चे) भीख मांग रहा है तो हम पैसे के बदले (भोजन + पानी) देकर उसकी मदद करेंगे लेकिन आज से वे पैसे की भीख नहीं देंगे।
ऐसे अभियान की मजबूती के परिणामस्वरूप, अंतर्राष्ट्रीय राष्ट्रीय / राज्य स्तर पर भिखारियों' के गिरोह टूट जाएंगे और फिर बच्चों का अपहरण अपने आप बंद हो जाएगा। इस तरह के गिरोह आपराधिक दुनिया में खत्म हो जाएंगे। आप भी इस तरह का अभियान अपने शहर से आरंभ कर सकते हैं.
हम एक भी भिखारी को रुपया नहीं देंगे। अपनी गाड़ी /कार में 2 बिस्किट के पैकेट रखें लेकिन भीख मांगने रुपए / पैसे का भुगतान न करें (हो सके तो बिस्किट के पैकेट भी देते समय खोल दें ताकि उन्हें बेचा ना का सके)। इस से देश की छवि भी विश्व भर में सुधरेगी.
जरूरत है की दिल, दिमाग दोनों को सामंजस्य बनाते हुए हम आगे बढ़ें ताकि किसी भी प्रकार से किसी षड्यंत्र के शिकार ना बनें और पुण्य के चक्कर में पाप ना कर बैठें।