🤔 भारत में क्यों लागू हुआ अंग्रेजी कैलेंडर? लागू हुआ या थोपा गया? जब 1 जनवरी को मोरारजी देसाई को शुभकामना संदेश पहुंचा तो उन्होंने क्या कहा... और क्यों कहा.. देखिये यह वीडियो👇
🤦♂️ दुर्भाग्यवश शोध उपेक्षित रहा और स्वार्थ आपेक्षित हुआ।
🤷♂️ कहने की भारत आजाद हुआ लेकिन अंग्रेज A O ह्यून द्वारा पैदा की गई कांग्रेस ने भारत को मानसिक गुलाम बनाए रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
👉 कैलेंडर रिफॉर्म कमिटी ने विस्तृत रिपोर्ट देते हुए तर्कों के साथ (वीडियो में जानकारी संलग्न है) विक्रम संवत को राष्ट्रीय संवत बनाने का अनुमोदन किया, लेकिन अंग्रेजों के तलवे चाटने वाले गुलामों ने अंग्रेजी कैलेंडर को भारत की जनता के माथे मार दिया और अब हम उसीको ढोते हुए गुलामी की जंजीरों में बंधे हुए हैं।
🤨 कांग्रेस ने हर कदम पर देश को गहरी खाई में धकेला, और आज खुद कांग्रेस खाई में है लेकिन हम खाई से बाहर नहीं आ पा रहे। आज भी हम अंग्रेजी नया साल मनाते हैं, आज भी हम अंग्रेजी तारीख से जन्मदिन और विवाह वर्षगांठ मानते हैं, (जबकि जन्म लेने वाले बच्चे के संस्कारों जिसमें विवाह संस्कार भी है करते समय पंचांग का सहारा लेते हैं।)
✊अब समय आ गया है जब हमें सत्य को और षड्यंत्र को दोनों को समझना चाहिए तथा सबको जागरूक करना चाहिए। हमें अपना जन्म दिवस से लेकर विवाह वर्षगांठ तक सभी अवसर अपने हिंदू पंचांग के अनुसार ही मनाने चाहिए और अंग्रेजों के इन अतार्किक, अवैज्ञानिक त्योहारों का पूरी तरह बहिष्कार करना चाहिए तथा समाज से बहिष्कार करवाना चाहिए। (कोई शुभकामनाएं दे अंग्रेजी त्योहारों की तो उसे रोकना चाहिए उसे समझाना चाहिए ताकि वह भी गुलामी की जंजीरों को तोड़ कर बाहर आ सके)
🤷♂️ आखिर कब तक गुलामी का बोझ ढोते रहेंगे और क्या यही गुलामी या यह कहें इसी गुलामी का बोझ हम अपनी आने वाली पीढ़ी के माथे मार कर जाएंगे।
✊आने वाली पीढ़ियों का भविष्य उज्जवल बनाना है, हमारे देश और धर्म को गौरवान्वित करना है तो हमें तुरंत प्रभाव से खुद को सुधारना होगा गुलामी की जंजीरों को तोड़ना होगा अपने धर्म को समझना होगा उसका पालन करना होगा और प्रचार-प्रसार भी करना होगा।
👉 अंग्रेजी नववर्ष नहीं, 1 जनवरी नहीं , हमारा नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को है। इस संदेश को अधिक से अधिक वायरल करें अपने हर कांटेक्ट को भेजें, सोशल मीडिया साइट पर अपने अकाउंट से इसे फैलाएं.... लोगों को जागरूक करें अपनी संस्कृति के रक्षक बनें