पादरियों का ब्लातकार से नाता पुराना है, ऐसे कई मामले भारत में पहले भी सामने आ चुके हैं जब पादरी बलात्कार के मामले में आरोपी सिद्ध हुए हैं लेकिन चाहे मीडिया हो या कानून उनके प्रति उतनी आक्रामक नहीं हुई जितनी हिंदू संतों के मात्र आरोपित होने पर हो जाती है।
तमिलनाडु के कन्याकुमारी जिले में एक पादरी को सोमवार (20 मार्च 2023) सुबह उसके नागरकोइल फार्महाउस से यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार किया गया। पादरी का नाम बेनेडिक्ट एंटो (Benedict Anto) है। नर्सिंग कॉलेज की छात्रा की शिकायत के आधार पर कन्याकुमारी पुलिस ने बेनेडिक्ट एंटो के खिलाफ मामला दर्ज किया था। वह पिछले कुछ दिनों से फरार चल रहा था। एंटो सोशल मीडिया पर अपनी अश्लील फोटो और वीडियो वायरल होने के बाद से चर्चा में है।
सिरो मलंकारा कैथोलिक चर्च के पादरी पर कई महिलाओं के साथ अवैध संबंध का भी आरोप है। बताया जा रहा है कि एंटो के 16 से 50 उम्र की 80 महिलाओं के साथ करीब 200 आपत्तिजनक वीडियो सामने आए हैं।
सोचिए इतना बड़ा ठरकी , इतना भयानक अपराधी है लेकिन चूंकि पादरी है इसलिए सारा बिकाऊ मीडिया खामोश है, कोई कुछ रिपोर्ट नहीं कर रहा। वहीं आपने पहले भी देखा है की किसी हिंदू संत पर कोई बस आरोप ही लगा दे तो पूरी बिकाऊ मीडिया लॉबी एक्टिव हो जाती है और कोई उनके गुफाओं में घुसने लगता है तो कोई मीडिया पर किसी भी उल्टे सीधे व्यक्ति को बिठाकर उनके डिबेट करने लगता है, और आरोप सिद्ध नहीं हुआ उसके पहले ही उन्हें साफ-साफ बलात्कारी यह शब्द लगाकर संबोधित करते हैं ताकि जनता यह मान ले कि हां भाई जिस हिंदू संत को पकड़ा है वह बलात्कारी है। इसलिए हिंदुओं को सावधान रहना चाहिए इस मीडिया से यह हमारे समाज की सबसे बड़ी शत्रु है।
मीडिया के अलावा कुछ बुद्धिजीवी भी है जो हिंदू संतो को लेकर तो बहुत कुछ बोलते हैं अंधश्रद्धा की बातें करते हैं उन्हें पाखंडी कहते हैं लेकिन जब बात अन्य मजहब या पंथ के इन पादरियों अथवा मौलवीयों की आती है तो मुंह बंद करके चुपचाप बैठ जाते हैं उनके खिलाफ बोलने की इनकी हिम्मत नहीं होती भले ही वह कोर्ट के द्वारा आरोपित सिद्ध ही क्यों ना कर दिए गए हो।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कन्याकुमारी जिले की साइबर पुलिस ने एक नर्सिंग कॉलेज की छात्रा द्वारा पादरी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद उसके खिलाफ मामला दर्ज किया था। लगभग एक हफ्ते पहले से पादरी की अश्लील वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। छात्रा ने अपनी शिकायत में बताया था कि पादरी बेनेडिक्ट एंटो उसे ऑनलाइन परेशान कर रहा था। जब भी वह चर्च में जाती थी, एंटो उसे गलत तरीके से छूता था।
कुछ दिन बाद एंटो ने उसकी माँ से उसका मोबाइल नंबर ले लिया। फिर वह उस पर वीडियो कॉल और व्हाट्सएप चैट करने का दबाव बनाने लगा। इसके बाद उसने उसे ऑनलाइन परेशान करना शुरू कर दिया।
जब छात्रा को पता चला कि एंटो उसकी तरह दूसरी लड़कियों को भी परेशान कर रहा है, तो उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का फैसला किया। हालाँकि, एंटो के अलावा कुछ और लोगों ने उसे धमकाना शुरू कर दिया। उसने अपनी शिकायत में तीन और लोगों का नाम भी लिया है। शिकायत के आधार पर साइबर पुलिस ने एंटो और अन्य लोगों पर आईटी एक्ट, महिला उत्पीड़न और धमकी देने संबंधी धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया और उसकी तलाश में जुट गए।
30 वर्षीय पादरी कन्याकुमारी जिले में नागरकोइल के पास मार्तंडम का रहने वाला है। वह विभिन्न राजनीतिक समूहों से जुड़ा हुआ है, जिसमें से एक नाम तमिलर काची सीमान (NTK) है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों में से एक में वह एनटीके नेता सीमन उर्फ सेबेस्टियन, जो श्रीलंका के आतंकी संगठन लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) का समर्थक है उसके साथ नजर आ रहा है।
बेनेडिक्ट एंटो के फेसबुक प्रोफाइल से पता चलता है कि वह सीमन का समर्थक है। उसने अपने घर में सीमन के साथ फोटो भी लगाई हुई है। कुछ लोगों का कहना है कि वह मेक्कामंडपम पिलंकलाई में आरसी चर्च में पैादरी है
13 मार्च 2023 को सोशल मीडिया पर बेनेडिक्ट एंटो की एक वीडियो खूब वायरल हुआ, जिसमें वह एक लड़की को किस करते हुए नजर आ रहा है। वहीं, पादरी ने कुछ दिन पहले पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि कुछ लोगों ने उस पर हमला किया और उसका लैपटॉप व मोबाइल छीन लिया।