द्वादशी, 19 मार्च 23

0

 गीता वीडियो एवम पंचांग 

गीता अध्याय 02 (सांख्ययोग) श्लोक 04



आज का पंचांग

रविवार, १९/०३/२०२३, 

चैत्र, कृष्ण १२, युगाब्ध - ५१२४

*🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०७९*

*⛅ 🚩तिथि - द्वादशी सुबह 08:07 तक तत्पश्चात त्रयोदशी*


*⛅दिनांक - 19 मार्च 2023*

*⛅दिन - रविवार*

*⛅शक संवत् - 1944*

*⛅अयन - उत्तरायण*

*⛅ऋतु - वसंत*

*⛅मास - चैत्र*

*⛅पक्ष - कृष्ण*

*⛅नक्षत्र - धनिष्ठा रात्रि 10:04 तक तत्पश्चात शतभिषा*

*⛅योग - सिद्ध रात्रि 08:07 तक तत्पश्चात साध्य*

*⛅राहु काल - शाम 05:19 से 06:50 तक*

*⛅सूर्योदय - 06:45*

*⛅सूर्यास्त - 06:50*

*⛅दिशा शूल - पश्चिम दिशा में*

*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:10 से 05:57 तक*

*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:23 से 01:11 तक*

*⛅व्रत पर्व विवरण - प्रदोष व्रत, त्रयोदशी क्षय तिथि*

*⛅विशेष - द्वादशी को पूतिका (पोई) एवं त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*


*🔹स्वास्थ्य की कुंजियाँ🔹*


*👉 प्रतिदिन प्रातःकाल सूर्योदय के बाद नीम व तुलसी के पाँच-पाँच पत्ते चबाकर ऊपर से थोड़ा पानी पीने से प्लेग तथा कैंसर जैसे खतरनाक रोगों से बचा जा सकता है ।*


*👉 सुबह खाली पेट चुटकी भर साबुत चावल (अर्थात् चावल के दाने टूटे हुए न हों) ताजे पानी के साथ निगलने से यकृत (लीवर) की तकलीफें दूर होती हैं ।*


*👉 केले को सुबह खाने से उसकी कीमत ताँबे जैसी, दोपहर को खाने से चाँदी जैसे और शाम खाने से सोने जैसी होती है । शारीरिक श्रम न करने वालों को केला नहीं खाना चाहिए । केला सुबह खाली पेट भी नहीं खाना चाहिए । भोजन के बाद दो केला खाने से पतला शरीर मोटा होने लगता है ।*


*👉 जलनेति करने से आँख, नाक, कान और गले की लगभग 1500 प्रकार की छोटी-बड़ी बीमारियाँ दूर होती हैं ।*


*👉 रोज थोड़ा-सा अजवायन खिलाने से प्रसूता की भूख खुलती है, आहार पचता है, अपान वायु छूटती है, कमरदर्द दूर होता है और गर्भाशय की शुद्धि होती है ।*


*👉 रात का शंख में रखा हुआ पानी तोतले व्यक्ति को पिलाने से उसका तोतलापन दूर होने में आशातीत सफलता मिलती है । चार सूखी द्राक्ष रात को पानी में भिगोकर रख दें । उसे सबेरे खाने से अदभुत शक्ति मिलती है ।*


*👉 पश्चिम दिशा की हवा, शाम के समय की धूप स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है ।*


*👉बालकों की निर्भयता के लिए गाय की पूँछ का उतारा करें ।*


*🔹 रविवार विशेष🔹*


*🔹 रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*


*🔹 रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)*


*🔹 रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)*


*🔹 रविवार सूर्यदेव का दिन है, इस दिन क्षौर (बाल काटना व दाढ़ी बनवाना) कराने से धन, बुद्धि और धर्म की क्षति होती है ।*


*🔹 रविवार को आँवले का सेवन नहीं करना चाहिए ।*


*🔹 स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए । इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं ।*


*🔹 रविवार के दिन पीपल के पेड़ को स्पर्श करना निषेध है ।*


*🔹 रविवार के दिन तुलसी पत्ता तोड़ना वर्जित है ।*

  

*🔸तुलसी पत्ते तोड़ने हेतु मंत्र🔸*


*ॐ सुप्रभाय नमः, ॐ सुभद्राय नमः*

ये बोलते हुए तुलसी पत्ते तोड़ो तो ये मन्त्र बोलनेवाले का स्वाथ्य/ तबियत ठीक करेगा ।




Tags

Post a Comment

0Comments
Post a Comment (0)
© Copyright All rights reserved-2023
प्रशासक समिति