अस्पताल में भर्ती हुईं नेहा सिंह राठौर
खुद को लोक गायिका कहने वाली वामपंथन गायिका नेहा सिंह राठौर इन दिनों काफी टेंशन में चल रही हैं । उनके ट्विटर हैंडल से एक विडियो अपलोड हुआ है जिसमें वो अस्पताल में भर्ती हैं और उनके पति उनकी देख रेख और सेवा कर रहे हैं
नेहा सिंह राठौर की शादी हुए अभी सिर्फ 8 महीने ही हुए थे ऐसे में उन्हें अपने सास ससुर और पति की सेवा करके कुछ दिन अपने पारिवारिक कर्तव्यों का वहन करना चाहिए थे । लेकिन वामपंथ का पुराना कीड़ा उनको शादी के बाद भी काटता रहा और यही वजह है कि उन्होंने अपनी एक तरफा गायिका का सिलसिला जारी रखा
कई राज्यों में जहां भी उन्होंने बीजेपी के खिलाफ प्रचार किया उनको हार नसीब हुई । यूपी में भी काबा काबा खूब चिल्लाईं लेकिन बाबा रिकॉर्ड तोड़कर आ गए । फिर गुजरात में जब मोरबी का पुल ऐन चुनाव के मौके पर गिर गया और 300 से ज्यादा लोग मर गए तो फिर नेहा सिंह राठौर को लगा कि यही मौका है अपनी वामपंथी खुजलन को मिटाने का... लिहाजा उन्होंने फिर गुजरात में भी काबा काबा चिल्लाना शुरू कर दिया अब गुजरात में तो और भी बड़ी ऐतिहासिक विजय हो गई । काबा गर्ल का चेहरा लटक आया ।
लेकिन वामपंथी खुजलन नहीं मिटी इसीलिए नेहा सिंह राठौर ने फिर एक गाना कानपुर के दीक्षित बुलडोजर वाले प्रसंग पर गा दिया । लेकिन इस बार वो फंस गईं । क्योंकि सयाना कौवा कभी ना कभी गू जरूर खाता है तो अब उनको कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाने की नौबत आ गई है
कानपुर के बुलडोजर वाले गीत पर काबा गर्ल का विडियो खूब वायरल हुआ लेकिन इसके लिरिक्स में एक बड़ी गलती हो गई... वामपंथन गायिका ने गाने में लिखा है...
माई के संग संग बेटी की आहुति दीनी
पूरा किया यज्ञ तोहार हो बाबा
अब बताइए क्या योगी जी ने यज्ञ में समिधा की जगह किसी इंसान की आहुति दे दी ? ऐसा तो कभी हुआ नहीं ! लिहाजा कई शहरों में गायिका के खिलाफ केस दर्ज हो गया और फिर कानपुर पुलिस उनके आवास पर नोटिस लेकर पहुंची जिसमें उनसे तकनीकी सवाल पूछे गए ।
तो फिलहाल स्थिति ये है कि अब नेहा सिंह राठौर की हालत काफी खराब चल रही हैं वो भयभीत हैं और काबा... काबा का भूत सिर से उतर रहा है ।
हम बस इतना ही निवेदन करना चाहते हैं कि विरोध सरकार का जरूर करना चाहिए लेकिन प्रमाणों के साथ। कुछ भी गा बजाकर यूट्यूब फेसबुक और इंसटाग्राम से पैसे भले ही कमाए जा सकते हैं । योगी मोदी का विरोध करने वाले लोगों की कमी नहीं है वो आपको सिर आंखों पर तो बैठा लेंगे लेकिन जब नोटिस में सबूत मांगा जाएगा तो सबूत देने कोई नहीं आएगा ।