दिल्ली ब्लास्ट के बाद प्रशासन पूरी मुस्तैदी से कार्यरत है और लगातार सभी आतंकियों को पकड़ रहा है.... कहीं मुस्लिम डॉक्टर तो कहीं मुस्लिम यूनिवर्सिटी और अब मौलाना मौलवी भी हिरासत में । दिल्ली ब्लास्ट की साजिश संभवतः बड़ी थी लेकिन पूरी तरह सफल नहीं हो पाई... देश में बैठे आतंकी इस देश को पूरी तरह बर्बाद करने को फिराक में है।
ध्यान रहे ये मानसिकता नहीं रुकेगी क्योंकि इसका अंतिम उद्देश्य ही कयामत अर्थात बरबादी है... अब या तो इस मानसिकता की बरबादी हो या दुनिया की। सरकार से सवाल करने वाले जरा विचार करें कि वो कर क्या रहे है? आज यदि ये सरकार न होती तो जो हजारों किलो RDX पकड़ा जा रहा है वो पकड़ा नहीं जाता अपितु ब्लास्ट होता, ये जो बड़े बड़े डॉक्टर, इंजीनियर जैसे आतंकी पकड़े जा रहे है वो सम्मानित होते... आज आप यदि काफिर है और किसी भी एजेंट के तहत इस सरकार को घर रहे हैं तो आप अपनी आने वाली पीढियां के लिए आतंक का रास्ता खोल रहे
मदरसों से लेकर यूनिवर्सिटी तक जेहादी / आतंकी तैयार हो रहे है , ये अत्यंत चिंताजनक है और अब प्रशासन को इसपर कड़ा प्रहार करना चाहिए तथा देश की जनता को भी सजग रहना चाहिए ताकि कोई भी गलत गतिविधि नजर आए तो उसपर ध्यान दिया जा सके और आतंक को फैलने के पहले ही मिट्टी में मिलाया जा सके

