कुछ लोग ताजमहल, लाल किला , कुतुब मीनार पर दावेदारी ठोकते है उन्हें उनकी औकात दिखाते हुए सुधांशु जी ने बड़ा ही टेक्निकल उत्तर दिया है और अन्य लोगों को सोचने का ऑप्शन दिया है
एक लुटेरी मानसिकता आई और भारत में उपद्रव मचाकर जगह जगह अपना नाम चिपका दिया और अब कुछ मंदबुद्धि उनकी जय जयकार कर रहे है...