कांग्रेस का हिंदू विरोधी होना या तुष्टिकरण करना कोई नई बात नहीं है परंतु हिंदुओं का मूर्ख होना यह चिंता का विषय है और हिंदू अपनी मूर्खता को किसी भी लेवल पर रोकने को तैयार नहीं अभी तो लगातार मूर्खता किया जा रहे हैं...👇 वीडियो देखिए और उसके बाद हमारा विश्लेषण भी अवश्य पढ़िए
पहली बात तो यही है कि कांग्रेस को वोट देकर उसे जिताने वाला कौन है? हिंदू! लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है की सरकारों पर और प्रशासन पर पूरी तरह निर्भर होने वाला यानी सरकार और प्रशासन रूपी बैसाखी पकड़ के चलने वाला कौनहै..? हिंदू!
अगर कांग्रेस, बीजेपी या अन्य दलों से ऊपर उठकर आप सोचेंगे तो आप पाएंगे कि किसी भी दल के आप समर्थक क्यों ना हो जीत उसी की होगी जो अपने दम पर मजबूत होगा... .. हिंदू अपनी सुरक्षा के लिए और अपने धर्म की रक्षा के लिए सरकारों पर तथा प्रशासन पर निर्भर होता है वहीं दूसरी तरफ चाहे वह इस्लाम को मानने वाले हो या ईसाइयत को मानने वाले हो वह अपने धर्म की रक्षा अपने दम पर करते हैं और इसीलिए वह केवल अपने मजहब और पंथ की रक्षा ही नहीं करते बल्कि हिंदुओं को उनके धर्म को छोड़ने पर मजबूर भी करते हैं "जेहाद" "धर्मांतरण"। । कहने को तो हिंदुओं के लाखों संगठन है लेकिन उसके बावजूद हिंदुओं के पास इतनी हिम्मत नहीं कि वह अपने दम पर अपने धर्म की रक्षा कर सकें यह अत्यंत चिंताजनक है
यदि हिंदुओं को अपने धर्म की रक्षा करनी है तो सरकार और प्रशासन के सहारे ना रहते हुए अपने दम पर करनी होगी, अपने आप को मजबूत करना होगा, अपने आप को संगठित करना होगा, सभी हिंदुओं तक पहुंचना होगा और उन्हें सनातन धर्म से जोड़ना होगा अन्यथा आज भाजपा भले ही कोई कानून बना दे लेकिन जैसे सिद्धरमैया ने कहा कि वह बीजेपी के द्वारा बनाए गए कानून पर विचार करेंगे और फिर क्या करेगी हम सभी बहुत अच्छे से समझते हैं.... कोई भी कानून परमानेंट नहीं है वह सत्ता के साथ बदलता है इसलिए यदि हिंदुओं को अपनी-अपनी बहन बेटियों की अपने धर्म की रक्षा करनी है तो इस्लाम और ईसाइयत को मानने वालों से सीखना होगा कि कैसे हम अपने धर्म की रक्षा अपने दम पर करें।