🚫🚩ये है रामकथा वाचक हेमराज यादव जी, जो सनातन धर्म के आराध्य श्री हनुमान जी महाराज को "कुत्ता" कह रहे हैं। क्या ऐसे व्यक्ति को कथा कहने योग्य माना जाए? श्रीराम की कथा एक मर्यादा पुरुषोत्तम की कथा है, और उसमें श्री हनुमान जी का स्थान सबसे पूजनीय है। कोई भी जाति या धर्म कथा कहने से नहीं रोकता, लेकिन ज्ञान, संस्कार और श्रद्धा होना आवश्यक है।
🛑 अगर किसी कथावाचक के मुख से भगवान श्री हनुमान जी के लिए अपमानजनक शब्द निकलें, तो वो केवल धर्म का अपमान ही नहीं कर रहे, बल्कि समस्त सनातन परंपरा का भी अपमान कर रहे हैं।
🙏 आप ही बताइये —
क्या ऐसे व्यक्ति को धर्म की कथा कहने का अधिकार है❓
क्या कथा का मंच अपमान करने वालों के लिए है❓
🚩 सनातन धर्म का अपमान हम सहन नहीं करेंगे।
#इटावा